सोमवार, 23 अक्तूबर 2017



हिन्दी भाषा-साहित्य प्रश्नोत्तरी-5 (हिन्दी-साहित्यकारों की उक्तियाँ/काव्य-पंक्तियाँ)

मुहम्मद इलियास हुसैन
सम्पर्क : 9717324769
Hindisahityavimarsh.bligspot.in

1. नील परिधान बीच सुकुमार, खिला मृदुल अधखुला अंग
खिला हो ज्यों बिजली का फूल, मेघ वन बीच गुलाबी रंग
इन पंक्तियों में कौन-सा अलंकार है ?
(A) उपमा (B) उत्प्रेक्षा (C) रूपक (D) दृष्टान्त

2. स्वाधीनता प्राप्ति के अवसर पर लिखी गई निम्नलिखित कविता किस कवि की है?
‘‘मुक्त गगन है, मुक्त पवन है, मुक्त सांस गर्वीली
लांघ सात लांबी सदियों को हुई शृंखला ढीली
टूटी नहीं कि लगा अभी तक, उपनिवेश का दाग़?
बोल तिरंगे, तुझे उड़ाऊँ या कि जगाऊँ आग?’’
(1) माखनलाल चतुर्वेदी (2) रामधारी सिंह दिनकर
(3) बालकृष्ण शर्मा ‘नवीन’ (4) सोहनलाल द्विवेदी
माखनलाल चतुर्वेदी रचित इस कविता का शीर्षक है - मुक्त गगन है, मुक्त पवन है

3. ‘‘कविता तो कवि की आत्मा का आलोक है, उसके हृदय का रस है, जो बाहर की वस्तु का अवलम्ब लेकर फूट पड़ती है’’ ౼यह कथन किसका है?
(1) जयशंकर प्रसाद (2) नरेश मेहता (3) रामधारी सिंह दिनकर (4) कुंवर नारायण

4. नैन नचाय कही मुसुकायए लला फिर आइयो खेलन होरी౼ काव्य.पंक्ति किस कवि की है ?
(A) पद्माकर (B) मतिराम (C) घनानन्द (D) देव

5. आवत जात पनहियां टूटी बिसरि गयो हरि नाम- यह पंक्ति किस कवि की है-
(A) चतुर्भुजदास (B) सूरदास (C) कुंभनदास (D) नन्ददास

6. कुन्दन को रंग फीको लगै, झलकै अति अंगनि चारु गौराई-
(A) भूषण (B) बिहारी (C) देव (D) मतिराम

7. 'आह, वेदना मिली विदाई'किस नाटक के गीत की पंक्ति है ?
(A) अजातशत्रु (B) चन्द्रगुप्त (C) स्कन्दगुप्त (D) धु्रवस्वामिनी

8. 'काव्यानुभूति की जटिलता चित्तवृत्तियों पर निर्भर नहीं करती, बल्कि संवादी-विसंवादी वृत्ति के द्वन्द्व पर आधारित है' ౼यह कथन किसका है?
(A) रामचन्द्र शुक्ल (B)) नामवर सिंह (C) नन्ददुलारे वाजपेयी (D) हजारी प्रसाद द्विवेदी

9. 'सखि वे मुझसे कहकर जाते'౼ किस कवि की पंक्ति है?
(A) सियाराम शरण गुप्त (B) मैथिली शरण गुप्त (C) हरिऔध (D) जगदीश गुप्त

10. 'प्रभुजी तुम चन्दन हम पानी’ किसकी पंक्ति है?
(A) सन्त दादूदयाल (B) रैदास (C) सन्त पीपा (D) सन्त पल्टूदास

11. ‘‘रैण गंवाई सोइ के, दिवस गवाँइयाँ खाई
हीरे जैसे जनमुह है, कउड़ी बदले जाई’’
ये काव्य-पंक्तियाँ किस कवि की हैं ?
(1) कबीरदास (2) दादूदयाल (3) गुरु नानक (4) कुम्भनदास

12. कहा करौं बैकुंठ जाय?
जहं नहीं नन्द, जहां न जसोदा, नहिं जहं गोपी ग्वाल न गाय
उपर्युक्त पंक्तियां किसकी हैं?
(1) सूरदास (2) परमानन्ददास (3) हित हरिवंश (4) रसखान

13. ''मोरा जोबना नवेल रा भयो है गुलाल
कैसे घर दीनी बकस मोरी माल''
౼उक्त काव्य-पंक्तियां के रचरियता हैं
(A) धर्मदास (B) अमीर ख़ुसरो (C) दरिया साहब (D) यारी साहब

14. ''….रचना न तो दर्शन है और न किसी ज्ञानी कळ प्रौढझ् मस्तिष्क का चमत्कार, यह तो अन्ततः एक साधारण मनुष्य का शंकाकड्ढल हृदय ही है, जो मस्तिष्क कळ स्तर पर चढझ्कर बोल रहा है।' ౼रामधारी सिंह दिनकर द्वारा कहा गया यह कथन किस काव्य में संबंध में है?
(A) रश्मिरथी (B) उर्वशी (C) कुरुक्षेत्र (D) परशुराम की प्रतीक्षा

15. ‘‘उड़ गया गरजता यत्रा-गरुड़
बन बिन्दु, शून्य में पिघल गया साँप’’౼ ये पंक्तियाँ अज्ञेय की किस कविता से हैं?
(A) पहचान (B) साँप (C) हरि घास पर क्षण भर (D) हवाई अड्डे पर विदा

16. मैं नारि अपावन प्रभु जग पावन रावन रिपु जग सुखदाई
राजीव विलोचन भव भय मोचन पाहि-पाहि सरनहिं आई
रामचरित मानस की उक्त चौपाई में व्यक्त विचार किस पात्र के हैं ?
(1) अहल्या (2) शबरी (3) तारा (4) मंदोदरी

17. ''अच्युत् चरन तरंगिगिनी, शिव-सिर मालती माल''
परि न बनायो सुरसरी, कीजो इंजव भाल
౼इस दोहे के रचनाकार का नाम है :
(1) रहीम (2) रसलीन (3) रसखान (4) रामसहाय

18. ‘‘वाक्य रसात्मकं काव्यं’’ किसकी उक्ति है?
(1) रुद्रट (2) विश्वनाथ (3) वामन (4) कुन्तक

19. लिखन बैठी जाकी सबी गहि-गहि हरब गरूर
भए न केते जगत के चतुर चितेरे कूर
इस दोपे में सबी शब्द का अर्थ है :
(1) चित्र (नायिका के समान) (2) काल्पनिक चित्र (3) आदर्श चित्र (4) मनोनुकूल चित्र

20. ''फिर परियों के बच्चे से हम सुभग सीप के पंख पसार
समुद्र पैरते शुचि ज्योत्सना में पकड़ इन्द्र के कर सुकुमार''
౼इन काव्य-पंक्तियों के रचनाकार हैं :
(1) सुमित्रानन्दन पंत (2) महादेवी वर्मा (3) निराला (4) प्रसाद

21. ''भूलकर जब राह
जब जब राह
भटका मैं
तुम्हीं झलके, महाकवि,
सघन तम की आंख बनकर मेरे लिए।''
౼महाकवि निराला का उपर्युक्त स्तवन किस परवर्ती कवि ने कवि की है?
(1) शमशेर बहादुर सिंह (2) रामधारी सिंह दिनकर (3) धर्मवीर भारती (4) रघुवीर सहाय

22. ''सब का निचोड़ लेकर तुम
सुख से सूखे जीवन में
बरसो प्रभात हिम कण-सा
आँसू बनकर जीवन में''
उक्त काव्य-पंक्तियों के रचयिता हैं :
(1) निराला (2) जयशंकर प्रसाद (3) महादेवी वर्मा (4) पंत

23. ''कहाँ जाऊँ?/हर दिशा में/मृत्यु से भी बहुत आगे की अपरिमित दूरियाँ हैं'' ౼कविता की ये पंक्तियाँ कुंवर नारायण की किस रचना से है?
(1) चक्रव्यूह (2) अपने सामने (3) आत्मजयी (4) परिवेश : हम-तुम

24. ''वैदिक सूक्तों के गरिमामय उद्गम से लेकर लोकगीतों के महासागर तक जिस अविछिन्न प्रवाह की उपलब्धि होती है, उस भारतीय भावधारा का स्नातक हूँ।''
౼उपर्युक्त विचार विद्यानिवास मिश्र ने अपने किस निबंध-संग्रह की भूमिका में लिखे हैं?
(1) देश, धर्म और साहित्य (2) पीपल के बहाने (3 ) छितवन की छांह (4) शिरीष की याद आई

25. अज्ञेय ने ‘शेखर’ के संदर्भ में अपने किस निबंध में स्वीकार किया है कि ‘‘ज्याँ क्रिस्तोफ के अनवत आत्मशोध और आत्म-साक्षात्कार का जो चित्र ‘रोलाँ’ ने प्रस्तुत किया है, उससे कुछ अवश्य प्रेरणा मिली?’’
(1) अद्यतन (2) आत्मनेपद (3) त्रिशंकु (4) धार और किनारे

26. ‘‘आज बस पराजय की बेला में सिद्ध हुआ
झूठी थी सारी अनिवार्यता भविष्य की
केवल कर्म सत्य है
मानव जो करता है, इसी समय
उसी में निहित है भविष्य
युग-युग तक का’’
౼अंधायुग का उक्त संवाद किस अंक से उद्धृत है ?
(1) कौरव नगरी (2) गांधारी का शाप (3) प्रभु की मृत्यु (4) पशु का उदय

27. ‘‘समझदारी आने पर यौवन चला जाता है, जब तक माला गुंथी जाती है फूल कुम्हला जाते हैं’’
౼जयशंकर प्रसाद कृत ‘चन्द्रगुप्त’ नाटक का उक्त संवाद किस पात्र द्वारा बोला गया है ?
(1) दाण्ड्यायन (2) चाणक्य (3) चन्द्रगुप्त (4) सिंहरण

28. ‘काव्यशोभायाः कर्तारौ धर्मः गुणाः’ यह किस आचार्य की उक्ति है?
(1) मम्मट (2) वामन (3) आनन्दवर्द्धन (4) विश्वनाथ

29. ‘‘मैं साहित्य को मनुष्य की दृष्टि से देखने का पक्षपाती हूँ’’ ౼यह किस आचार्य की उक्ति है?
(1) महावीरप्रसाद द्विवेदी (2) रामचन्द्र शुक्ल (3) हज़ारीप्रसाद द्विवेदी (4) नन्ददुलारे वाजपयी

30. काम मंगल से मंडित श्रेय
सर्ग इच्छा का है परिणाम
तिरस्कृत कर उसको तुम भूल
बनाते हो असफल भवधाम
उपर्युक्त काव्य-पंक्तियां ‘कामायनी’ के किस सर्ग की हैं?
(1) वासना (2) काम (3) श्रद्धा (4) लज्जा

31. ‘‘यह सूचित करने की आवश्यकता नहीं है कि न तो सूर का अवधी पर अधिकार था और न जा(सी का ब्रजभाषा पर’’ यह कथन किसका है?
(1) हज़ारीप्रसाद द्विवेदी (2) नगेन्द्र (3) रामचन्द्र शुक्ल (4) रामकुमार वर्मा

32. ‘गिरा अरथ, जल बीचि सम कहि(त भिन्न भिन्न
बंदौं सीमाराम पद जिनहि परम प्रिय खिन्न’ ౼उक्त काव्य- पंक्तियाँ किस कवि की है ?
(1) केशवदास (2) तुलसीदास (3) ईश्वरदास (4) नागरीदास

33. ‘‘चिरजीवों जारी जुरैं क्यों न सनेह गंभीर
को घटि ये वृषभानुजा वे हलधर के बीर’’
‘वृषभानुजा’ और ‘हलधर’ में कौन-सा अलंकार है?
(1) यमक (2) प्रतीप (3) श्लेष (4) ब्याजस्तुति

34. ‘‘अष्टछाप में सूरदास के पीछे इन्हीं का नाम लेना पड़ा है, इनकी रचना भी बड़ी सरस और मधुर है, इनके संबंध में यह कहावत प्रसिद्ध है कि और कवि गढ़िया नंददास जड़िया’ यह कथन किसका है?
(1) रामचन्द्र शुक्ल (2) हज़ारीप्रसाद द्विवेदी (3) रामकुमार (4) नन्ददुलारे वाजपेयी

35. ‘‘छोड़ द्रुमों की मृदु छाया
तोड़ प्रकृति से भी माया
बोले! तेरे बाल-जाल में कैसे उलझा दूँ लोचन?’’
(1) रामनरेश त्रिपाठी (2) जयशंकर प्रसाद (3) सुमित्रानंदन पंत (4) सूर्यकांत त्रिपाठी निराला

36. ‘कविता कवि व्यक्तित्व की अभिव्यक्ति नहीं, व्यक्तित्च से पलायन है’ यह कथन किसका है?
(1) लुकाच (2) कॉलरिज (3) आई॰ ए॰ रिचर्ड्स (4) टी॰ एस॰ इलियट

37. ‘श्रेष्ठ कविता प्रबल मनोवेगों का सहज उच्छलन है, किन्तु इसके पीछे कवि की विचारशीलता और गहन चिन्तन होना चाहिए’ ౼यह विचार किस पाश्चात्य चिन्तक का है?
(1) कॉलरिज (2) क्रोचे (3) लेविस (4) वडर्सवर्थ

38. ‘‘हिन्दू पूजै देहरा, मुसलमान मसीद’’ यह किस कवि की पंक्ति है?
(1) कबीर (2) नामदेव (3) मंझन (4) सुन्दरदास

39. अपना परिचय देते हुए किस कवि ने स्वीकार किया है कि
‘‘हय रथ पालकी, गयंद, ग्राम, चारु
आखर लगा लेत लाखन की सामा हौं’’
(1) भूषण (2) देव (3) प्रतापसाहि (4) पद्माकर

40. ‘‘समरस थे जड़ चेतन
सुन्दर साकार बना था
चेतनता एक विलसती
आनन्द अखंड घना था’’
౼जयशंकर प्रसाद की उर्पयुक्त पंक्तियां कामायनी कके किस सर्ग की हैं?
(1) श्रद्धा (2) रहस्य (3) आनन्द (4) इड़ा

41. निम्नलिखित में से कौन-सा युग्म संगत है ౼
(1) आह वेदना मिली विदाई-जयशंकर प्रसाद
(2) सखि! वे मुझसे कहकर जाते- महादेवी वर्मा
(3) एक बार बस और नाच तू श्यामा- पंत
(4) दुख सबको मांजता है- निराला

42. बरह बरस लौं कूकर जियैं अरु तेरह लौ जियैं सियार।
बरस अठारह क्षत्रिय जीवै, आगे जीवन को धिक्कार।। ౼ये पंक्तियों किस रासो काव्य की हैं :
(1) खुमान रासो (2) पृथ्वीराज रासो (3) हम्मीर रासो (4) परमाल रासो

43. अमिय हलाहल मद भरे, सेत स्याम रतनार
जियत मरत झुकि झुकि परत, जेहि चितवत इक बार-इन काव्य पंक्तियों के कवि हैं౼
(1) बिहारी (2) रसलीन (ब3) घनानन्द (4) मतिराम

44. ''साहित्य जनसमूह के हृदय का विकास है।'' ;ह परिभाषा किसकी है౼
(1) भारतेन्दु (2) बालकृष्ण भट्ट (3) महावीर प्रसाद द्विवेदी (4) हजारी प्रसाद द्विवेदी

45. ''भाषा प्रवीन सुछन्द सदा रहै, सो घन जी के कवित्त बखानै'' ౼किस कवि की पंक्ति है\
¼A) घनानन्द की ¼B) बोधा की ¼C) ब्रजरत्नदास की ¼D) रत्नाकर की

46. 'अपने यहां संसद ऐसी घानी है, जिसमें आधा तेल आधा पानी है' के कवि हैं :
¼A) केदारनाथ सिंह ¼B) धूमिल ¼C) लीलाधर जगूड़ी ¼D) राजेश जोशी

47. मैंने श्रीकृष्णचन्द्र को इस ग्रंथ में एक महापुरुष की भाँति अंकित किया है, ब्रह्म करके नहीं ౼यह
आख्यान किस कवि ने किया है \
(1) धर्मवीर भारती (2) द्वारिका प्रसाद मिश्र
(3) मैथिलीशरण गुप्त (4) अयोध्यासिंह उपाध्याय हरिऔध

48. दुख ही जीवन की कथा रही
क्या कहूँ आज जो नहीं कही ౼यह कथन किस कवि का है\
(1) प्रसाद (2) मुक्तिबोध (3) निराला (4) पंत

49. देसिल बयाना सब जन मिट्ठा ౼किसका कथन है ?
¼A) तुलसीदास ¼B) सूरदास ¼C) कबीरदास ¼D) विद्यापति

50. बसो मेरे नैनन में नन्दलाल ౼किसकी पंक्ति है \
¼A) सूरदास ¼B) नन्ददास ¼C) मीराबाई ¼D) कृष्णदास

51. तोड़ने ही होंगे मठ और गढ़ सब ౼किसकी उक्ति है ?
¼A) निराला ¼B) रघुवीर सहाय ¼C) नागार्जुन ¼D) मुक्तिबोध

52. हिन्दी नयी चाल में ढली, सन् 1873 ई॰ में ౼यह किसका कथन है :
¼A) रामविलास शर्मा ¼B) रामचन्द्र शुक्ल ¼C) किशोरीदास वाजपेयी ¼D) भारतेन्दु

53. आधुनिक काल में गद्य का आविर्भाव सबसे प्रधान घटना है ౼यह कथन किसका है \
¼A) महावीर प्रसाद द्विवेदी ¼B) रामचन्द्र शुक्ल ¼C) रामविलास शर्मा ¼D) नन्ददुलारे वाजपेयी

54. झांकियां निकलती हैं ढोंग अविश्वास की
बदबू आती है मरी हुई बात की
इस हवा में अब नहीं डोलूंगा
नहीं, नहीं, मैं यह खिड़ी नहीं खोलूंगा। ये पंक्तियों किसकी है \
¼A) प्रभाकर माचवे ¼B) भारतभूषण अग्रवाल ¼C) नरेश मेहता ¼D) सर्वेश्वर दयाल सक्सेना

55. 'रमणीयार्थ प्रतिपादकः शब्दः काव्यम्' किस आचार्य का कथन है \
(A) मम्मट (B) विश्वनाथ (C) पंडितराज जगन्नाथ (D) भामह

1. (C) 2. (1) 3. (3) 4. (A) 5. (c) 6. (D) 7. (C) 8. (A) 9. (B) 10. (B) 11. (1) 12. (2) 13. (B) 14. (C) 15. (D) 16. (A) 17. (1) 18. (2)

19. (1) 20. (1) 21. (1) 22. (2) 23. (3) 24. (3) 25. (2) 26. (4) 27. (2) 28. (2) 29. (3) 30. (3) 31. (3) 32. (2) 33. (3) 34. (1) 35. (3)

36. (4) 37. (4) 38. (2) 39. (4) 40. (3) 41. (1) 42. (4) 43. (2) 44. (2) 45. (C) 46. (B) 47. (4) 48. (3) 49. (D) 50. (C) 51. (D) 52. (D)

53. (B) 54. (D) 55. (C)







कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें