रविवार, 26 जनवरी 2020

अध्यापक सरदारपूर्ण सिंह के निबंध/essays of Adhyapak Sardar Purnasingh

अध्यापक सरदारपूर्ण सिंह के निबंध/essays of Adhyapak Sardar Purnasingh

#सरदार पूर्ण सिंह ने हिंदी में बहुत कम लिखा है। उनके अब तक कुल 6 निबंध प्राप्त हुए हैं। सच्ची वीरता (1909 ई.), कन्यादान (1909 ई.), पवित्रता (1910 ई.), आचरण की सभ्यता (1912 ई.), मज़दूरी और प्रेम (1912 ई.) तथा अमेरिका का मस्त योगी वाल्टह्वीटमैन (1983 ई.)। सातवां निबंध ‘धन की परिभाषा’ अप्राप् है। माधवसिंह भंडारी ‘पार्वती’ के अनुसार इसका प्रकाशन लाहौर की किसी अव्यवसायिक पत्रिका में हुआ था। (अध्यापक पूर्णसिंह निबंधावली, सं. रामअवध शास्त्री, ऋषि पब्लिकेशन, नई दिल्ली, संस्करण 1999 से साभार)

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