गुरुवार, 23 अप्रैल 2020

जयशंकर प्रसाद और उनकी रचनाओं पर पूछे गए प्रश्न-1


जयशंकर प्रसाद और उनकी रचनाओं पर पूछे गए प्रश्न-1


1. “नील परिधान बीच सुकुमार, खिला मृदुल अधखुला अंगखिला हो ज्यों बिजली का फूल, मेघ वन बीच गुलाबी रंग।''इन पंक्तियों में कौन-सा अलंकार है ?
(A)  उपमा (B) उत्प्रेक्षा (C) रूपक (D) दृष्टान्त
1. (B) उत्प्रेक्षाजब समानता होने के कारण उपमेय में उपमान के होने कि कल्पना की जाए या संभावना हो तब वहां उत्प्रेक्षा अलंकार होता है। यदि पंक्ति में मनु, जनु, जनहु, जानो, मानहु मानो, निश्चय, ईव, ज्यों इत्यादि आता है, वहां उत्प्रेक्षा अलंकार होता है। जैसे :नील परिधान बीच सुकुमारी खुल रहा था मृदुल अधखुला अंग , खिला हो ज्यों बिजली का फूल मेघवन बीच गुलाबी रंग। जैसा की आप ऊपर दिए गए उदाहरण में देख सकते नीले कपड़े में राजकुमारी का वर्णन किया गया है। कहा गया है की नीले परिधान में राजकुमारी ऐसी लग रही है जैसे की बिजली का फूल खिल गया हो गुलाबी रंग के बीच में। हम  हैं की इस वाक्य में ज्यों शब्द का भी प्रयोग किया गया है। हम जानते हैं की जब ज्यों जैसे शब्द प्रयोग किए जाते हैं तो फिर उस वाक्य में उत्प्रेक्षा अलंकार होता है। अतः यह उदाहरण उत्प्रेक्षा अलंकार के अंतर्गत आएगा।2. निम्नलिखित में से कृति-कालक्रम की दृष्टि से कौन-सा सही है ?
(A) वीणा, ग्राम्या, लोकायतन, कला और बूढ़ा चाँद
(B) नीहार, रश्मि, दीपशिखा, सान्ध्य गीत
(C) गीतिका, कुकुरमुत्ता, बेला, अर्चना
(D) प्रेमपथिक, झरना, लहर, आँसू
 (A) वीणा (1918 ई.), ग्राम्या (1940 ई.), लोकायतन (1964 ई.), कला और बूढ़ा चाँद (1959 ई.)(B) नीहार (1930 ई.), रश्मि (1932 ई.), दीपशिखा (1942 ई.), सान्ध्य गीत (1936 ई.)(C) गीतिका (1936 ई.), कुकुरमुत्ता (1942 ई.), बेला (1946 ई.), अर्चना (1950 ई.)
(D) प्रेमपथिक (1913 ई.), झरना (1918 ई.), लहर (1933 ई.), आँसू (1925 ई.)2. (C) गीतिका (1936 ई.), कुकुरमुत्ता (1942 ई.), बेला (1946 ई.), अर्चना (1950 ई.)
 3. ‘चित्राधार’ किसकी रचना है ?
(A) जयशंकर प्रसाद (B) रामनरेश त्रिपाठी (C) मुकुटधर पांडेय (D) रामेश्वर शुक्ल अंचल3. (A) ‘चित्राधार’ (1918 ई.) रचना जयशंकर प्रसाद की है। 4. धातुसेन (कुमारगुप्त) और पृथ्वीसेन प्रसाद के किस नाटक का पात्र है?
(A) राजश्री (B) चन्द्रगुप्त (C) ध्रुवस्वामिनी (D) स्कन्दगुप्त
4. (D) स्कन्दगुप्त  
 5. निम्नलिखित उपन्यासों का कालक्रमानुसार सही अनुक्रम क्या है?
(A) सूरज का सातवाँ घोड़ा, शेखर एक जीवनी, कंकाल, परीक्षा गुरु(B) कंकाल, परीक्षा गुरु, शेखर एक जीवनी, सूरज का सातवाँ घोड़ा
(C) परीक्षा गुरु, कंकाल, सूरज का सातवाँ घोड़ा, शेखर एक जीवनी(D) परीक्षा गुरु, कंकाल, शेखर एक जीवनी, सूरज का सातवाँ घोड़ा (D) परीक्षा गुरु (1882 ई.), कंकाल (1929 ई.), शेखर : एक जीवनी (1941 ई.), सूरज का सातवाँ घोड़ा (1952 ई.) 6. निम्नलिखित काव्य-कृतियों का सही अनुक्रम क्या है?
(A) साकेत, कामायनी, लोकायतन, प्रियप्रवास  
(B) प्रियप्रवास, साकेत, कामायनी, लोकायतन(C) प्रियप्रवास, कामायनी, साकेत, लोकायतन    
(D) कामायनी, साकेत, लोकायतन, प्रियप्रवास
6. (B) प्रियप्रवास (1914 ई.), साकेत (1931 ई.), कामायनी (1935 ई.), लोकायतन (1964 ई.) 7. निम्नलिखित में से कौन-सा युग्म संगत है?
                (A) आह वेदना मिली विदाई। जयशंकर प्रसाद                (B) सखि! वे मुझसे कहकर जाते। महादेवी वर्मा   
                (C) एक बार बस और नाच तू श्यामा। पंत                (D) दुख सबको मांजता है। निराला7. (A) आह वेदना मिली विदाई। जयशंकर प्रसाद (स्कंदगुप्त) 8. सुमेलित कीजिए :(A) राज्यश्री          (i) प्रभाकर श्रोत्रिय(B) यमगाथा         (ii) लक्ष्मी नारायण लाल(C) राम की लड़ाई     (iii) जयशंकर प्रसाद(D) साँच कहूँ तो            (iv) स्वदेश दीपक     (v) दूधनाथ सिंहकूट :  (A)         (b)          (c)           (d)
(A)          (iii)          (ii)           (i)            (iv)
(B)          (v)          (iii)          (ii)           (i)
(C)          (iii)          (ii)           (iv)         (v)
(D)          (iii)          (v)          (ii)           (i)
8. (D)    (iii)          (v)          (ii)           (i)
 9. निम्नलिखित नाटकों का रचनाकाल की दृष्टि से सही अनुक्रम कौन-सा है ?
(A) लहरों का राजहंस, सिन्दूर की होली, आठवाँ सर्ग, ध्रुवस्वामिनी(B) सिन्दूर की होली, ध्रुवस्वामिनी, लहरों का राजहंस, आठवाँ सर्ग
(C) ध्रुवस्वामिनी, सिन्दूर की होली, लहरों का राजहंस, आठवाँ सर्ग
(D) आठवाँ सर्ग, लहरों का राजहंस, ध्रुवस्वामिनी, सिन्दूर की होली
9. (C) ध्रुवस्वामिनी (1932 ई., प्रसाद), सिन्दूर की होली (1934 ई., लक्ष्मीनारायण मिश्र), लहरों का राजहंस (1963 ई., मोहन राकेश), आठवाँ सर्ग (1976 ई., सुरेम्द्र वर्मा)
 10. निम्नलिखत रचनाओं का सही अनुक्रम है ?
(A) पहला राजा, बकरी, स्कन्दगुप्त, कोर्ट मार्शल(B) कोर्ट मार्शल, स्कन्दगुप्त, पहला राजा, बकरी
(C) स्कन्दगुप्त, पहला राजा, बकरी, कोर्ट मार्शल(D) बकरी, कोर्ट मार्शल, पहला राजा, स्कन्दगुप्त
10. (C) स्कन्दगुप्त (ई., प्रसाद), पहला राजा (1969 ई., जगदीश चंद्र माथुर), बकरी (1974 ई., सर्वेश्वर दयाल सक्सेना), कोर्ट मार्शल (1991 ई., स्वदेश दीपक)

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 पर प्रश्न 11 से 24 तक के प्रश्नोत्तर के लिए देखें।

शुक्रवार, 17 अप्रैल 2020

पं. #श्रीधर पाठक (18ृ59-1928 ई.) की रचनाएं


पं. #श्रीधर पाठक (1859-1928 ई.) की रचनाएं


#स्वच्छंदवाद के प्रवर्तक, #हिंदी साहित्य सम्मेलन के पाँचवें अधिवेशन के सभापति (1915 ई., लखनऊ)।
पं. श्रीधर पाठक का जन्म आगरा जिले के जोन्धारी गाँव में 11 जनवरी 1860 ई. में, सारस्वत ब्राह्मण परिवार में और देहावसान 13 सितम्बर 1928 ई. को इलाहाबाद में हुआ।
पं. #श्रीधर पाठक की #रचनाएं
#मनोविनोद (भाग-1,2,3 क्रमशः 1882, 1905 और 1912 ई.)
#धन-विनय (1900 ई.)
#गुनवंत हेमंत (1900 ई.)
#वनाष्टक (1912 ई.)
#देहरादून (1915 ई.)
#गोखले गुनाष्टक (1915 ई.)
#बाल भूगोल (1885 ई.),
#एकांतवासी योगी (1887 ई.)
#जगत सचाई सार (1887 ई.)
#ऊजड़ग्राम (1889 ई.)
#श्रांतपथिक (1900 ई.)
#काश्मीरसुषमा (1904 ई.)
#आराध्य शोकांजलि (1906 ई.)
#जार्ज वंदना (1911 ई.)
#भक्ति विभा (1913 ई.)
#श्री गोखले प्रशस्ति (1915 ई.)
#श्रीगोपिकागीत (1916 ई.)
#भारतगीत (1928 ई.)
#तिलस्माती मुँदरी
#विभिन्न स्फुट निबंध और पत्रादि।

गुरुवार, 16 अप्रैल 2020

महामहोपाध्याय हरप्रसाद शास्त्री (1853-1931 ई.) की रचनाएँ


महामहोपाध्याय हरप्रसाद शास्त्री (1853-1931 ई.) की रचनाएँ


हरप्रसाद शास्त्री ब्रिटिशकालीन बंगाल के खुलना जिला के कुमिरा ग्राम में जन्मे 6 दिसम्बर 1853 ई. में थे। तब उनका आदि निवास उत्तर चौबीस परगना जिला के नैहाटि में था। उनका देहांत 17  नवम्बर 1931 ई. में हुआ।

·         बौद्ध गान ओ दोहा (वज्रयानशाखा के सिद्धों की रचनाओं का संग्रह)
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सोमवार, 13 अप्रैल 2020

राजा शिवप्रसाद सितारे हिंद की रचनाएँ


राजा शिवप्रसाद सितारे हिंद की रचनाएँ

  1. आलसियों का कोड़ा
  2. वर्णमाला
  3. स्वयंबोध उर्दू
  4. वामा मनरंजन (1886 ई.)
  5. विद्यांकुर
  6. राजा भोज का सपना (1887 ई.)
  7. भूगोलहस्तामलक
  8. इतिहास तिमिर नाशक
  9. गुटका
  10. हिंदी व्याकरण
  11. हिन्दुस्तान के पुराने राजाओं का हाल
  12. मानवधर्मसार
  13. सिक्खों का उदय और अस्त
  14. योगवासिष्ठ के कुछ चुने ङुए शलोक
  15. उपनिषद्सार
  16. बैताल पच्चीसी
  17. सवानेह-उमरी (आत्मकथा)
  18. लिपि सम्बन्धी प्रतिवेदन (1868 ई.)
  19. कबीर टीका
  20. गीतगोविन्दादर्श
  21. बच्चों का इनाम
  22. लड़कों की कहानी
E सिक्खों का उदय और अस्त, योगवासिष्ठ के कुछ चुने ङुए शलोक और उपनिषद्सार की भाषा संस्कृतनिष्ठ है।
E आलसियों का कोड़ा, स्वयंबोध उर्दू, वामा मनरंजन, विद्यांकुर, राजा भोज का सपनाइन पुस्तकों की भाषा सरल हिंदी है।  

गुरुवार, 9 अप्रैल 2020

लल्लूलालजी (1763 - 1835) की रचनाएँ

लल्लूलालजी (1763 - 1835) की रचनाएँ

#लल्लूलाल जी की रचनाएँ : #सिंहासन बत्तीसी (1801 ई.), #बेताल पच्चीसी (1801 ई.), #माधोनल (1801 ई.), #राजनीति (1802 ई.), #शकुंतला नाटक (1810 ई.), #प्रेमसागर (1810 ई., कृष्ण की लीलाओं और भागवत पुराण के दसवें अध्याय पर आधारित), #लतायफ़-ए-हिंदी (1810 ई.), #ब्रजभाषा व्याकरण (1811 ई.), #सभा विलास (1815 ई.), #माधव विलास (1817 ई.), #लालचंद्रिका (1818 ई., बिहारी सतसई की टीका)।
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