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उपन्यास
राम विलास शर्मा की रचनाएँ/Ramvilas Sharma ki Rachnayen
कृतियाँ
लगभग 100 महत्वपूर्ण पुस्तकों का सृजन।
कविता-संग्रह
- तार सप्तक (1943) में संकलित कविताएँ
- रूप तरंग
- सदियों के सोये जाग उठे
- प्रतिनिधि कविताएं
उपन्यास
- चार दिन
नाटक
- पाप के पुजारी
आत्मकथा
- अपनी धरती अपने लोग (1996, 3 खंड)
अन्य ग्रन्थ
- प्रेमचंद (1941, पहली पुस्तक)
- प्रेमचंद और उनका युग (1941),
- भाषा और साहित्य में पाकिस्तान (1941)
- भारतेंदु हरिश्चन्द्र (1942),
- गोस्वामी तुलसीदास और मध्यकालीन भारत (1944)
- निराला (1946),
- राष्ट्रभाषा हिन्दी और हिन्दू राष्ट्रवाद (1948)
- साहित्य और संस्कृति (1949)
- भारत की भाषा समस्या (1949)
- लोकजीवन और साहित्य (1951)
- ‘भारतेंदु युग और हिन्दी साहित्य का विकास’,
- प्रगति और परम्परा (1953),
- जातीय भाषा के रूप में हिन्दी का प्रसार (1953)
- हिन्दी-उर्दू समस्या (1953)
- भाषा, साहित्य और संस्कृति (1954),
- प्रगतिशील साहित्य की समस्याएं (1955)
- आचार्य रामचंद्र शुक्ल और हिन्दी आलोचना (1956)
- आस्था और सौन्दर्य (1956)
- उर्दू समस्या (1958)
- भाषा और समाज (1961),
- भाषा की समस्या और मज़दूर वर्ग (1965)
- भारत की राजभाषा अंग्रेज़ी और राष्ट्रीय जनतांत्रिक मोर्चा (1965)
- निराला की साहित्य साधना (तीन-भाग) - (1969, 1967-76, साहित्य अकादमी पुरस्कार-1970),
- नई कविता और अस्तित्ववाद (1975)
- महावीर प्रसाद द्विवेदी और हिन्दी नवजागरण (1977),
- ‘भारत में अँग्रेजी राज्य और मार्क्सवाद (1982, 2 खंड)’,
- मार्क्सवाद और प्रगतिशील साहित्य (1985)
- हिन्दी जाति का इतिहास (1986)
- इतिहास-दर्शन (1995)
- भारतीय नवजागरण और यूरोप (1996)
- भारतीय साहित्य की भूमिका (1996),
- भारतीय संस्कृति और हिन्दी प्रदेश (1999, 2 खंड)’,
- परम्परा का मूल्यांकन,
- ‘भारत के प्राचीन भाषा परिवार और हिन्दी (3 खंड, व्यास सम्मान-1991)’
- ‘गाँधी, आंबेडकर और लोहिया (2000)’,
- ‘पश्चिमी एशिया और ऋग्वेद’ (1994),
- ‘भारतीय साहित्य और हिन्दी जाति के साहित्य की अवधारणा’
- भारतीय सौन्दर्य बोध और तुलसीदास (2001)
- भारतेंदु हरिश्चन्द्र और हिन्दी नवजागरण की समस्याएं (1984)
- मार्क्स और पिछड़े समाज
- मेरे साक्षात्कार
- घर की बात
- धूल
- ऐतिहासिक भाषाविज्ञान और हिन्दी
- सन् सत्तावन की राजक्रान्ति और मार्क्सवाद
- पाश्चात्य दर्शन और सामाजिक अन्तरविरोध : थाल्स से मार्क्स तक लेख
- हिन्दी जाति के सांस्कृतिक इतिहास की रूपरेखा (1977)
- प्रगतिशील कविता की वैचारिक भूमिका
- google searchसमालोचक (मासिक, आगरा, प्रधान सम्पादक रामविलास शर्मा)
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