गुरुवार, 19 अगस्त 2021

प्रश्नोत्तरी-44 (हिंदी भाषा एवं साहित्य, प्राणचंद चौहान)

 प्रश्नोत्तरी-44 (हिंदी भाषा एवं साहित्य, प्राणचंद चौहान)

#प्राणचंद चौहान के संबंध में निम्नलिखित में कौन-कौन से कथन सत्य हैं :

(A) संवत् 1667 में प्राणचंद चौहान ने रामायण महानाटक लिखा।

(B) सबसे अधिक प्रसिद्ध प्राणचंद चौहान का हनुमन्नाटक हुआ।

(C) ‘‘जेहि माया कह मुनि जग भूला । ब्रह्मा रहे कमल के फूला।

निकसि न सक माया कर बाँधा । देषहु कमलनाल के राँधा।’’ ये काव्य-पंक्तियां प्राणचंद चौहान के नाटक रामायण महानाटक से उद्धृत हैं।

(D) ‘‘तेहि कर दहुँ को करै बषाना । जिहि कर मर्म बेद नहिं जाना।

माया सींव भो कोउ न पारा । शंकर पँवरि बीच होइ हारा।’’ इन काव्य-पंक्तियों के रचनाकार प्राणचंद चौहान हैं।

(A)(a)(b)(c)

(B)(b)(c)(d)

(C)(a)(c)(d)

(D)(a)(b)(d)

Ans. : (C)(a)(c)(d)

#संवत् 1667 में लिखित नाटक रामायण महानाटक के नाटकार हैं :

(1) प्राणचंद चौहान

(2) हृदयराम

(3) गुरु अग्रदास

(4) रायमल्ल पांडे

Ans. : (1) प्राणचंद चौहान

(आचार्य रामचंद्र शुक्ल, हिंदी साहित्य का इतिहास, भक्तिकाल : प्रकरण 4 : सगुणधारा, रामभक्तिशाखा)

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