इस प्रश्न पत्र में पचहत्तर (75) बहुविकल्पीय प्रश्न हैं।
प्रत्येक प्रश्न के दो अंक हैं। सभी प्रश्न अनिवार्य हैं। उत्तर वाले विकल्प बोल्ड
कर दिए गए हैं।
1. हुज्वेरी के
अनुसार फ़ना का अर्थ है :
(1) जीवात्मा के
शरीर का नाश
(2) जीवात्मा का
परमात्मा में विलय
(3) किसी वस्तु की
अपूर्ता का ज्ञान और उसे पाने की इच्छा से विरत होना
(4) व्यक्ति के
अस्तित्व, स्वरूप और गुण का विनाश
2. रास पंचाध्यायी
किस छन्द में लिखी गई है?
(1) इन्द्रवज्रा (2) उपेन्द्रवज्रा
(3) रोला (4) मालिनी
3. मैं नारि अपावन प्रभु
जग पावन रावन रिपु जग सुखदाई। राजीव विलोचन भव भय मोचन पाहि-पाहि सरनहिं आई।।
रामचरित मानस की
उक्त चौपाई में व्यक्त विचार किस पात्र के हैं ?
(1) अहल्या (2) शबरी
(3) तारा (4) मंदोदरी
4. रम और सीता के
विवाह के अवसर पर किस कवि ने मिथिला की स्त्रियों से गारी गीत गवाया है ?
(1) तुलसीदास (2) स्वामी अग्रदास
(3) केशवदास (4)
प्राणचंद चौहान
5. अच्युत् चरन
तरंगिगिनी, शिव-सिर मालती माल।
परि न बनायो सुरसरी, कीजो इंजव भाल।
इस दोहे के रचनाकार
का नाम है :
(1) रहीम (2) रसलीन
(3) रसखान (4) रामसहाय
6. निम्लिखित
काव्य-कृतियों में कौन-सी प्रबंधकाव्य नहीं है
:
(1) चंडीचरित्र (2) रामचरित
(3) सुजानचरित्र (4) सुजानहितग्रंथ
7. लिखन बैठी जाकी
सबी गहि-गहि हरब गरूर।
भए न केते जगत के
चतुर चितेरे कूर।। इस दोपे में सबी शब्द का अर्थ है :
(1) चित्र (नायिका
के समान) (2) काल्पनिक चित्र
(3) आदर्श चित्र (4)
मनोनुकूल चित्र
(3) आदर्श चित्र (4) मनोनुकूल चित्र
8. ‘गीति संग्रह’ के रचनाकार हैं :
(1) सूरति मिश्र (2)
रसनिधि
(3) रसिक गोविन्द (4) श्रीपति
9. ‘शकुन्तला नाटक’
किसकी
रचना है?
(1) जसवन्तसिंह (2) राम
(3) नेवाज़ (4) नागरीदास
10. ‘सूरसागर’ के पदों का
भावानुसरण करते हुए किस कवि ने कृष्ण के जीवन का चित्रण किया है?
(1) ब्रजवासीदास (2) रामचरणदास
(3) मंचित (4) प्रेमसखी
11. निम्नलिखित में से जगन्नाथदास ‘रत्नाकर‘ की कौन-सी रचना नहीं
है?
(1) हिंडाला (2) गंगावतरण
(3) भ्रमरदूत (4) उद्धवशतक
12. निम्नलिखित में से कौन-सी रचना शमशेर बहादुर सिंह की नहीं
है?
(1) कुछ कविताएँ (2) कुछ और कविताएँ
(3) आज अभी आँखों से (4) काल तुझसे होड़ है मेरी
13. कहाँ हो ऐ हमारे प्राण प्यारे। किधर तुम छोड़कर हमको
सिधारे।।
बुढ़ापे में यह दुख
भी देखना था।। इसको को देखने को मैं बचा था।।
ये काव्य-पंक्तियाँ
किस कवि की हैं :
(1) प्रतापनारायण
मिश्र (2) अम्बिकादत्त व्यास
(3) भारतेन्दु
हरिश्चन्द्र (4) उपाध्याय बदरीनारायण चौधरी
14. ‘‘फिर परियों के बच्चे से हम सुभग सीप के पंख पसार।
समुद्र पैरते शुचि
ज्योत्सना में पकड़ इन्द्र के कर सुकुमार।’’
इन काव्य-पंक्तियों के
रचनाकार हैं :
(1) सुमित्रानन्दन
पंत (2) महादेवी वर्मा
(3) निराला (4)
प्रसाद
15. ‘‘सब का निचोड़ लेकर
तुम
सुख से सूखे जीवन
में
बरसो प्रभात हिम कण-सा
आँसू बनकर जीवन में।’’
उक्त
काव्य-पंक्तियों के रचयिता हैं :
(1) निराला (2)
जयशंकर प्रसाद
(3) महादेवी वर्मा
(4) पंत
16. निम्नलिखित में से कौन-सी रचना सुमित्रानन्दन पंत की नहीं
है?
(1) युगपथ (2) अतिमा
(3) निशा (4) नीरजा
17. निम्नलिखित में से कौन-सी रचना महादेवी वर्मा की है?
(1) वीणा (2)
गीतिका
(3) निशा (4) नीरजा
18. ‘कहाँ जाऊँ?/हर दिशा में/मृत्यु से भी बहुत आगे की अपरिमित दूरियाँ हैं।’ ౼कविता की ये पंक्तियाँ कुंवर नारायण की किस रचना से है?
(1) चक्रव्यूह (2) अपने सामने
(3) आत्मजयी (4) परिवेश : हम-तुम
19. ‘चौपट चपेट’ और ‘मयंक मंजरी’
के
लेखक हैं?
(1) किशोरलाल
गोस्वामी (2) बाबू रामकृष्ण वर्मा
(3) मथुराप्रसाद
चौधरी (4) रूपनारायण पाण्डेय
20. डॉक्टर गोपालराय के अनुसार हिन्दी में ‘नॉवेल’ के अर्थ में उपन्यास
पद का प्रथम प्रयोग किसने किया?
(1) भूदेव
मुखोपाध्याय (2) राधाचरण गोस्वामी
(3) महावीरप्रसाद
द्विवेदी (4) भारतेन्दु हरिश्चन्द्र
21. पाण्डेय बेचन शर्मा उग्र द्वारा रचित उपन्यास नहीं है:
(1) चंद हसीनों के
ख़ुतूत (2) दिल्ली का कलंक
(3) दिल्ली का दलाल (4) बुधुवा की बेटी
22. करनट क़बीलों के जीवन यथार्थ के विविध पक्षों पर आधारित उपन्यास
है?
(1) कोई अजनबी नहीं (2) नरक कड्ढंड
(3) कब तक पुकारूँ (4) क़िस्सा ग़ुलाम
23. ‘अरुण और मधूलिका’
किस
कहानी के पात्रा हैं?
(1) चित्तौड़ का
उद्धार (2) अशोक
(3) आकाशदीप (4)
पुरस्कार
24. भीष्म साहनी द्वारा रचित कहानी-संग्रह नहीं है :
(1) भाग्यरेखा (2) वाघ्चू
(3) काठ का सपना (4) निशाचर
25. आधुनिक ईरान की पृष्ठभूमि पर रक्त रंजित इस्लामी क्रान्ति
का चित्रण किस उपन्यास में किया गया है :
(1) सात नदियां एक
समन्दर (2) चक्रव्यूह
(3) धूप छाहीं रंग (4) क़िस्सा लोकतंत्र
26. जैनेन्द्र कुमार रचित कहानी-संग्रह नहीं है :
(1) इन्सान के खंडहर (2) नीलम देश की
राजकन्या
(3) पाजेब (4) वातायन
27. ‘‘वैदिक सूक्तों के गरिमामय उद्गम से लेकर लोकगीतों के
महासागर तक जिस vविछिन्न प्रवाह की उपलब्धि
होती है, उस भारतीय भावधारा का स्नातक
हूँ।’’
उपर्युक्त विचार
विद्यानिवास मिश्र ने अपने
किस निबंध-संग्रह की भूमिका में लिखे हैं?
(1) देश, धर्म और साहित्य (2)
पीपल के बहाने
(3) छितवन की छांह (4) शिरीष की याद आए।
28. अज्ञेय ने ‘शेखर’ के संदर्भ में अपने किस निबंध में स्वीकार किया है कि ‘‘ज्याँ क्रिस्तोफ के अनवत आत्मशोध और आत्म-साक्षात्कार का जो
चित्र ‘रोलाँ’ ने प्रस्तुत किया है,
उससे
कुछ अवश्य प्रेरणा मिली?’’
(1) अद्यतन (2) आत्मनेपद
(3) त्रिशंकु (4) धार और किनारे
29. ‘‘आज बस पराजय की बेला
में सिद्ध हुआ
झूठी थी सारी अनिवार्यता
भविष्य की
केवल कर्म सत्य है
मानव जो करता है, इसी समय
उसी में निहित है
भविष्य
युग-युग तक का।’’
अंधायुग का उक्त
संवाद किस अंक से उद्धृत है ?
(1) कौरव नगरी (2) गांधारी का शाप
(3) प्रभु की मृत्यु
(4) पशु का उदय
30. ‘‘समझदारी आने पर यौवन चला जाता है, जब तक माला गुंथी जाती है फूल कुम्हला जाते हैं।’’
जयशंकर प्रसाद कृत ‘चन्द्रगुप्त’
नाटक
का उक्त संवाद किस पात्रा द्वारा बोला गया है ?
(1) दाण्ड्यायन (2) चाणक्य
(3) चन्द्रगुप्त (4) सिंहरण
31. ‘काव्यशोभायाः कर्तारौ धर्मः गुणाः।’ यह किस आचार्य की उक्ति है?
(1) मम्मट (2) वामन
(3) आनन्दवर्द्धन (4) विश्वनाथ
32. जहाँ सामानार्थक विशेषणों से प्रस्तुत के वर्णन द्वारा प्रस्तुत का बोध कराया जाय, वहाँ कौन-सा अलंकार होता है?
(1) समासोक्ति (2) सहोक्ति
(3) विनोक्ति (4) व्यक्तिरेक
33. ‘‘मैं साहित्य को मनुष्य की दृष्टि से देखने का पक्षपाती हूँ।’’ यह किस आचार्य की उक्ति है?
(1) महावीरप्रसाद
द्विवेदी (2) रामचन्द्र शुक्ल
(3) हज़ारीप्रसाद
द्विवेदी (4) नन्ददुलारे वाजपयी
34. का निम्नलिखित में से किस आचार्य ने अलंकार को काव्य की
आत्मा मानकर रस महत्व गौण कर दिया?
(1) भामह (2) वामन
(3) विश्वनाथ (4) आनन्दवर्द्धन
35. जब वक्रोक्ति वक्ता की कंठ ध्वनि पर आश्रित होती है तब उसे
क्या कहा जाता है?
(1) सभंग श्लेष
वक्रोक्ति (2) vभंग श्लेष वक्रोक्ति
(3) काकुवक्रोक्ति (4) प्रहेलिका
36. निम्नलिखित में से कौन-सा ग्रंथ भामह का है ?
(1) काव्यालंकार (2) काव्यादर्श
(3) ध्वन्यालोक (4) साहित्यदर्पण
37. स्वाधीनता प्राप्ति के vवसर पर लिखी गR निम्नलिखित कविता
किस कवि की है?
‘‘मुक्त गगन है,
मुक्त
पवन है, मुक्त सांस गर्वीली।
लांघ सात लांबी
सदियों को हुई शृंखला ढीली।
टूटी नहीं कि लगा अभी
तक, उपनिवेश का दाग़?
बोल तिरंगे, तुझे उड़ाऊँ या कि जगाऊँ आग?’’
(1) माखनलाल
चतुर्वेदी (2) रामधारी सिंह दिनकर?
(3) बालकृष्ण शर्मा ‘नवीन’ (4) सोहनलाल द्विवेदी
38. निम्नलिखित में से कौन-सा कवि प्रपद्यवादी कवि नहीं है?
(1) नलिन विलोचन
शर्मा (2) केसरी कुमार
(3) नरेश (4)
गिरिजा कुमार माथुर
39. ‘‘कविता तो कवि की आत्मा का आलोक है, उसके हृदय का रस है,
जो
बाहर की वस्तु का अवलम्ब लेकर फूट पडझ्ती है।’’
౼यह कथन किसका है?
(1) जयशंकर प्रसाद (2) नरेश मेहता
(3) रामधारी सिंह
दिनकर (4) कुंवर नारायण
40. निम्नलिखित में से कौन-सा नाटक प्रेमचन्द के प्रसिद्ध उपन्यास
पर आधारित है?
(1) श्वेत कमल (2)
युगे-युगे क्रान्ति
(3) सूरदास (4) बंदिनी
41. ‘भक्तमाल’ में दिए गए रामानन्द
के प्रथम चार शिष्यों का सही अनुक्रम है :
(1) सुखानन्द, नरहर्यानन्द,
अनंतानन्द, सुरसुरानन्द
(2) अनंतानन्द, सुखानन्द,
सुरसुरानन्द, नरहर्यानन्द
(3) सुरसुरानन्द, अनंतानन्द, नरहर्यानन्द, सुखानन्द
(4) सुखानन्द, सुरसुरानन्द,
नरहर्यानन्द, अनंतानन्द
42. आचार्य हजारी प्रसाद के अनुसार निम्नलिखित सम्प्रदायों का
सही अनुक्रम है :
(1) ब्राह्म
सम्प्रदाय, सनकादि सम्प्रदाय, श्री सम्प्रदाय,
रुद्र
सम्प्रदाय
(2) सनकादि
सम्प्रदाय, ब्राह्म सम्प्रदाय, रुद्र सम्प्रदाय,
श्री
सम्प्रदाय
(3) श्री सम्प्रदाय, ब्राह्म सम्प्रदाय,
रुद्र
सम्प्रदाय, सनकदि सम्प्रदाय
(4) रुद्र सम्प्रदाय, श्री सम्प्रदाय,
ब्राह्म
सम्प्रदाय, सनकादि सम्प्रदाय
43. कालक्रम की दृष्टि से निम्नलिखित काव्य-कृतियों का सही अनुक्रम
है:
(1) अंगदर्पण, विरहवारीश,
व्यंग्यार्थकौमुदी, मधुरप्रिया
(2)
व्यंग्यार्थकौमुदी, अंगदर्पण, मधुरप्रिया,
विरहवारीश
(3) विरहवारीश, मधुरप्रिया,
अंगदर्पण, व्यंग्यार्थकौमुदी
(4) मधुरप्रिया, अंगदर्पण, व्यंग्यार्थकौमुदी, विरहवारीश
44. प्रकाशन वर्ष के vनुसार निम्नलिखित रचनाओं का सही अनुक्रम है :
(1) रश्मिरथी, कनुप्रिया,
द्रौपदी, संशय की एक रात
(2) कनुप्रिया, रश्मिरथी, द्रौपदी, संशय की एक रात
(3) रश्मिरथी, कनुप्रिया, संशय की एक रात, द्रौपदी
(4) कनुप्रिया, द्रौपदी, रश्मिरथी, संशय की एक रात
45. रचनाकाल के vनुसार भारतेन्दु हरिश्चन्द्र की
निम्नलिखित रचनाओं का सही नुक्रम है :
(1) प्रेमतरंग, सतसR
सिंगार, मधु मुकुल, भक्त सर्वस्व
(2) भक्त सर्वस्व, सतसई सिंगार,
प्रेमतरंग, मधु मुकुल
(3) भक्त सर्वस्व, प्रेमतरंग,
सतसई
सिंगार, मधु मुकुल
(4) सतसई सिंगार, भक्त सर्वस्व, प्रेमतरंग, मधु मुकुल
(4) सतसई सिंगार, भक्त सर्वस्व, प्रेमतरंग, मधु मुकुल
46. प्रकाशनवर्ष की दृष्टि से निम्नलिखित कृतियों का सही अनुक्रम
है :
(1) उर्वशी, विष्णुप्रिया,
आत्मजयी, लोकायतन
(2) आत्मजयी, उर्वशी, लोकायतन, विष्णुप्रिया
(3) विष्णुप्रिया, उर्वशी,
लोकायतन, आत्मजयी
(4) लोकायतन, उर्वशी, आत्मजयी, विष्णुप्रिया
47. जन्मकाल के अनुसार निम्नलिखित कवियों का सही अनुक्रम है :
(1) राजकमल चौधरी, श्रीकांत वर्मा,
केदारनाथ
सिंह, धूमिल
(2) श्रीकांत वर्मा, केदारनाथ सिंह,
राजकमल
चौधरी, धूमिल
(3) केदारनाथ सिंह, राजकमल चौधरी,
धूमिल, श्रीकांत वर्मा,
(4) धूमिल, श्रीकांत वर्मा,
केदारनाथ
सिंह, राजकमल चौधरी
48. जन्मकाल के vनुसार निम्नलिखित रचनाओं का सही अनुक्रम है :
(1) बालमुकुन्द
गुप्त, श्यामसुन्दर दास, सरदार पूर्णसिंह,
गुलाबराय
(2) गुलाबराय, सरदार पूर्णसिंह,
श्यामसुन्दर
दास, बालमुकुन्द गुप्त
(3) श्यामसुन्दर दास, सरदार पूर्णसिंह,
बालमुकुन्द
गुप्त, गुलाबराय
(4) सरदार पूर्णसिंह, श्यामसुन्दर दास,
गुलाबराय, बालमुकुन्द गुप्त,
49. जन्मकाल के vनुसार निम्नलिखित उपन्यासकारों का सही vनुक्रम है :
(1) यशपाल, हजारीप्रसाद द्विवेदी,
अज्ञेय, रांगेय राघव
(2) हजारीप्रसाद
द्विवेदी, अज्ञेय, रांगेय राघव,
यशपाल
(3) अज्ञेय, रांगेय राघव,
यशपाल, हजारीप्रसाद द्विवेदी
(4) रांगेय राघव, यशपाल, हजारीप्रसाद
द्विवेदी, अज्ञेय
50. प्रकाशन वर्ष के अनुसार निम्नलिखित कहानी-संग्रहों का सही अनुक्रम
है :
(1) शरणार्थी, ठुमरी,
सतह
से उठता आदमी, शोभायात्रा ??
(2) शोभायात्रा, शरणार्थी, ठुमरी, सतह से उठता आदमी
(3) सतह से उठता
आदमी, शोभायात्रा, शरणार्थी, ठुमरी
(4) ठुमरी, शोभायात्रा,
शरणार्थी, सतह से उठता आदमी
51. जन्मकाल के अनुसार निम्नलिखित नाटककारों का सही अनुक्रम है :
(1) शंकर शेष, मोहन राकेश,
भीष्म
साहनी, हरिकृष्ण प्रेमी
(2) मोहन राकेश, भीष्म साहनी,
हरिकृष्ण
प्रेमी, शंकर शेष,
(3) भीष्म साहनी, हरिकृष्ण प्रेमी,
शंकर
शेष, मोहन राकेश
(4) हरिकृष्ण प्रेमी, भीष्म साहनी,
मोहन
राकेश, शंकर शेष
52. प्रकाशन वर्ष के अनुसार प्रेमचन्द की निम्नलिखित
निबंध-संग्रहों का सही अनुक्रम है :
(1) मराल, विकलांग श्रद्धा का दौर,
अद्यतन, अंगद का पांव
(2) विकलांग श्रद्धा
का दौर, अद्यतन, अंगद का पांव,
मराल
(3) अंगद का पांव, अद्यतन,
विकलांग
श्रद्धा का दौर, मराल
(4) अद्यतन, अंगद का पांव,
मराल, विकलांग श्रद्धा का दौर
53. नाटक के कथानक के कुछ दृश्य सूच्य होते हैं। पाँच प्रकार के
इन सूच्य कथानकों का सही अनुक्रम है :
(1) प्रवेशक, अंकास्य, विष्कम्भक, चूलिका, अंकावतार
(2) अंकावतार, चूलिका, अंकास्य, विष्कम्भक, प्रवेशक
(3) विष्कम्भक, प्रवेशक,
चूलिका, अंकास्य,
अंकावतार
(4) चूलिका, अंकास्य, विष्कम्भक, प्रवेशक अंकावतार
54. प्रकाशन वर्ष के अनुसार निम्नलिखित आलोचना-ग्रंथों का सही अनुक्रम है :
(1) हिन्दी साहित्य
का आदिकाल, मध्यकालीन बोध का स्वरूप, लालित्य मीमांसा,
हिन्दी
साहित्य की भूमिका
(2) मध्यकालीन बोध
का स्वरूप, लालित्य मीमांसा, हिन्दी साहित्य की भूमिका,
हिन्दी
साहित्य का आदिकाल
(3) लालित्य मीमांसा, हिन्दी साहित्य का आदिकाल,
मध्यकालीन
बोध का स्वरूप, हिन्दी साहित्य की भूमिका
(4) हिन्दी साहित्य
की भूमिका, हिन्दी साहित्य का
आदिकाल, लालित्य मीमांसा, मध्यकालीन बोध का स्वरूप
55. सुरेन्द वर्मा के नाटकों का सही अनुक्रम है :
(1) आठवां सर्ग, द्रौपदी, रति का कंगन, एक दूनी एक
(2) द्रौपदी, आठवां सर्ग,
रति
का कंगन, एक दूनी एक,
(3) द्रौपदी, आठवां सर्ग,
एक
दूनी एक, रति का कंगन
(4) एक दूनी एक, द्रौपदी, रति का कंगन, आठवां सर्ग
निर्देश : प्रश्न
संख्या 56 से 65 तक के प्रश्नों में दो कथन दिए गए हैं । इनमें से एक स्थापना (A)और
दूसरा तर्क (R) है। कोड में दिए गए विकल्पों
में से सही विकल्प का चयन कीजिए ।
56. स्थापना (Assertion) जहां व्यक्ति जीवन
का लोक जीवन में लय हो जाता है, वही भाव की पवित्रा
भूमि है।
तर्क (Reasion) (R) : इसीलिए कविता में विश्व हृदय
का यह आभास कविता की यथार्थवादी vवस्था
है।
(1) (A) सही (R) सही ??
(2) (A) ग़लत
(R) ग़लत
(3) (A) ग़लत
(R) सही
(4) (A) सही
(R) ग़लत
57. स्थापना (Assertion)काव्य का आनन्द
लोकोत्तर और अनिर्वचनीय होता है।
तर्क (Reasion) (R): क्योंकि रस को ब्रह्मानन्द का
समानार्थी कहा गया है।
(1) (A) सही और (R) सही
(2) (A) सही
और (R) ग़लत
(3) (A) ग़लत और (R) सही
(4) (A) ग़लत
और (R) ग़लत
58. स्थापना (Assertion) :
रस ज्ञान द्वारा ग्राह्य होता है।
तर्क (Reasion) (R):
क्योंकि हृदय की vनुभूति के साथ उसकी
बौद्धिक सत्ता भी होती है।
(1) (A) ग़लत (R) सही
(2) (A) सही (R)
ग़लत
(3) (A) ग़लत (R)
ग़लत
(4) (A) सही (R)
सही
59. स्थापना (Assertion) : छायावादोत्तर काव्य
विचार-प्रधान काव्य है।
तर्क (Reasion) (R) : क्योंकि उसमें कवि
के निजी संवेदनानुभवों को vभिव्यक्त
होने का vवसर नहीं मिलता।
(1) (A) ग़लत (R)
ग़लत
(2) (A) सही (R) ग़लत
(3) (A) ग़लत (R)
सही
(4) (A) सही (R)
सही
60. स्थापना (Rssertion)कला माध्यम के
द्वारा कलाकार सत्य को सुन्दर बनाकर निजत्व की उपलब्धि करना है।
तर्क (Reasion) (R) : क्योंकि सत्य कलाकार
की संचित पूंजी होती है, सौन्दर्य-सृजन उसका
व्यापार और लोकमंगल का प्रसार उसकी उपलब्धि।
(1) (A) सही (R) सही
(2) (A) ग़लत (R)
ग़लत
(3) (A) ग़लत (R)
सही
(4) (A) सही (R)
ग़लत
61. स्थापना (Assertion) काव्य-सौन्दर्य भाव
और कला की एकान्विति में है।
तर्क (Reasion) (R) : क्योंकि काव्य में भावपक्ष और कलापक्ष असम्बद्ध होते हैं।
(1) (A) सही (R) ग़लत
(2) (A) ग़लत (R)
सही
(3) (A) ग़लत (R)
ग़लत
(4) (A )सही (R)
सही
62. स्थापना (Assertion) मिथक मनुष्य के
आदिम मस्तिष्क की सृजनशील शक्तियों का मूल्यवान सांस्कृतिक उपहार है।
तर्क (Reasion) (R): क्योंकि आदिम मन और मस्तिष्क
द्वारा प्रकृति के तत्वों और घटनाओं के मानवीकरण की अचेतन प्रक्रिया ही मिथक रचना
का मूल बनी।
(1) (A) सही (R) सही
(2) (A) ग़लत (R)
सही
(3) (A) ग़लत (R)
ग़लत
(4) (A) सही (R)
सही
63. स्थापना (Assertion) कविता में शृंगार-चित्रण
अनिवार्य है।
तर्क (Reasion) (R): क्योकि शंृगार की सरस वाग्धारा ही पाठक को आनन्दित कर सकती है, अन्यथा नहीं।
(1) (A) सही
(R) ग़लत
(2) (A) ग़लत
(R) सही
(3) (A) सही
(R) सही
(4) (A) ग़लत (R) ग़लत
64. स्थापना (Rssertion)कविता एक vलौकिक एवं आध्यात्मिक प्रक्रिया
है।
तर्क (Reasion) (R): bसीलिए जीवन का लौकिक
पक्ष उसमें नहीं आ सकता।
(1) (A) सही (R)
सही
(2) (A) ग़लत (R) सही
(3) (A) ग़लत (R) ग़लत
(4) (A) सही (R)
ग़लत
65. स्थापना (Assertion)छायावादी काव्य आत्मनिष्ठता के
कारण अहंवादी बन गया।
तर्क (Reasion) (R) : इसी कारण छायावादी कवियों ने सामाजिक नैतिकता की उपेक्षा की।
(1) (A) ग़लत (R)
सही
(2) (A) सही (R)
सही
(3) (A) ग़लत (R) ग़लत
(4) (A) सही (R)
ग़लत
66. निम्नलिखित काव्य-पंक्तियों को उनके रचनाकारों के साथ
सुमेलित कीजिए :
सूची-I सूची-II
(a) जेहि पंखी के नियर होई,
करै
बिरह की बात। सोई पंखी जाई जरि, तरिवर होई निपात (i) तुलसीदास
(b) हमको सपनेहू में सोच
जा दिन तें बिछुरे
नन्दनन्दन ता दिन ते यह पोच। (ii) नंददास
(d) जब जीवन को है कपि आस न कोय।
कनगुरिया की मुदरी
कंगना होय (iii) सूरदास
(d) जिभिया ऐसी बावरी कहि गई सरग-पताल
आपुहिं कहि भीतर रही, जूती खात कपाल। (iv) जायसी (v) रहीम
कोड :
(a) (b) (c) (d)
(1) (iv) ( iii) ( i) (v)
(2) (v) (iv) (ii) (i)
(3) (iii) (v) (iv) (ii)
(4) (ii) ( i) ( iii) ( iv)
67. निम्नलिखित पात्रों को उनकी रचनाओं के साथ सुमेलित कीजिए :
सूची-I सूची-II
(a) मैना (i)
मृगावती
(b) ऋतुवर्ण (ii) चांदायन
(c) रुक्मिणी (iii) सत्यवती कथा
(d) राघवचेतन (iv) पद्मावत (v) हंसजवाहिर
कोड :
(a) (b) (c) (d)
(1) (ii) (iii) (i) (iv)
(2) (iv) (ii)
(v) (i)
(3) (iii) (iv)
(ii) (v)
(4) (i) (ii) (iii) (iv)
68. निम्नलिखित कविताओं को उनके रचयिताओं के साथ सुमेलित कीजिए :
सूची-I सूची-II
(a) इशारे ज़िन्दगी के (i) सर्वेश्वर दयाल सक्सेना
(b) बूंद टपकी एक नभ से (ii) अज्ञेय
(c) चार ईमानदार (iii) भवानीप्रसाद मिश्र
(d) मेरा प्रतिनिधि (iv) कुंवर नारायण (v) रघुवीर सहाय
कोड :
(a) (b) (c) (d)
(1) (i) (ii) (iii) (iv)
(2) (ii) (iii) (iv) (v)
(3) (iii) (iv)
(v) (i)
(4) (iv) (v)
(i) (ii)
69. निम्नलिखित रचनाओं को उनके उनके रचनाकारों के साथ सुमेलित
कीजिए :
सूची-I सूची-II
(a) प्रेमपथिक (i) निराला
(b) गीतिका (ii) महादेवी वर्मा
(c) सांध्यगीत (iii) पंत
(d) गुंजन (iv) मैथिलीशरण गुप्त (v) जयशंकर प्रसाद
कोड :
(a) (b) (c) (d)
(1) (v) (i) (ii) (iii)
(2) (ii) (iii)
(i) (iv)
(3) (i) (iv) (iii) (ii)
(4) (iiii) (iv)
(i) (ii)
70. निम्नलिखित कहानियों को उनके केन्द्रीय विचारों से सुमेलित
कीजिए :
सूची-I सूची-II
(a) पूस की रात (i) न्यायप्रियता
(b) शतरंज के खिलाड़ी (ii) ऋण की समस्या
(c) ठाकुर का कुआँ (iii) जातिभेद
(d) पंच परमेश्वर (iv) राष्ट्रीय चेतना (v) अनमेल विवाह
कोड :
(a) (b) (c) (d)
(1) (i) (ii) (iii) (iv)
(2) (ii) (iv)
(iii) (i)
(3) (iii) (ii)
(i) (iv)
(4) (iv) (iii) (ii) (v)
71. निम्नलिखित पात्रों को उनके उपन्यासों के साथ सुमेलित
कीजिए :
सूची-I सूची-II
(a) सेल्मा (i) यह पथ बंधु था
(b) निर्गुनिया (ii) सूरज का सातवाँ घोड़ा
(c) माणिक मुल्ला (iii) अपने अपने अजनबी
(d) सरस्वती (iv) नाच्यौ बहुत गोपाल (v) कितने चौराहे
कोड :
(a) (b) (c) (d)
(1) (i) (ii) (iii) (iv)
(2) (iii) (iv) (ii) (i)
(3) (iii) (i)
(v) (ii)
(4) (iv) (iii)
( i) ( ii)
72. निम्नलिखित एकांकी नाटकों को उनके नाटककारों के साथ सुमेलित
कीजिए :
सूची-I सूची-II
(a) रेशमी टाई (i) उदयशंकर भट्ट
(b) लाटरी (ii) भुवनेश्वर
(c) परदे के पीछे (iii) उपेन्द्रनाथ अश्क
(d) रीढ़ की हड्डी (iv) रामकुमार वर्मा (v) जगदीशचन्द्र माथुर
कोड :
(a) (b) (c) (d)
(1) (ii) (iii) (iv) (v)
(2) (iv) (ii)
(i) (v)
(3) (i) (v) (iii) (ii)
(4) (iv) (iii)
(v) (i)
73. निम्नलिखित पात्रों को उनकी कहानियों के साथ सुमेलित
कीजिए :
सूची-I सूची-II
(a) चंपा-बुद्ध गुप्त (i) नमक का दारोग़ा
(b) अलोपीदीन-वंशीधर (ii) ठेस
(c) सिरचन-मानू (iii) हार की जीत
(d) बाबा भारती (iv) आकाशदीप (v) ताई
कोड :
(a) (b) (c) (d)
(1) (iv) (i) (ii) (iii)
(2) (i) (ii) (iii) (iv)
(3) (ii) (iii)
(iv) (v)
(4) (ii) (iv)
(i) (ii)
74. निम्नलिखित सिद्धान्तों को उनके सिद्धान्तकारों के साथ
सुमेलित कीजिए :
सूची-I सूची-II
(a) वक्रोक्ति सिद्धान्त (i) क्षेमेन्द्र
(b) रीति सिद्धान्त (ii) आनन्दवर्द्धन
(ब) औचित्य सिद्धान्त (iii) कुन्तक
(d) ध्वनि सिद्धान्त (iv) वामन (v) भरत
कोड :
(a) (b) (c) (d)
(1) (iii) (iv)
(ii) (v)
(2) (i) (ii) (iii) (iv)
(3) (iii) (iv) (i) (ii)
(4) (v) (i) (ii) (iii)
75. जयशंकर प्रसाद के नाट्यगीतों को उनके गाने वाले पात्रों से
सुमेलित कीजिए :
सूची-I सूची-II
(a) ‘‘अरुण यह मधुमय देश हमारा (i) मालविका
(b) ‘‘हिमाद्रि तुंग शृंग से प्रबुद्ध शुद्ध भारती..... (ii)
देवसेना
(c) तुम कनक किरण के अन्तराल में
लुक-छिपकर चलते क्या.... (iii) कार्नेलिया
(d) आह वेदना मिली विदाई (iv) अलका (v) राक्षस
कोड
:
(a) (b) (c) (d)
(1) (i) (ii) (iii) (iv)
(2) (ii) (v)
(i) (iii)
(3) (iii) (v) (iv) (i)
(4) (ii) (iv)
(v) (ii)
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जवाब देंहटाएंबहुतअच्छा
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