अयोध्यासिंह उपाध्याय हरिऔध के नाटकों के पात्र : Hindi Sahitya Vimarsh
(15 अप्रैल, 1865-16 मार्च, 1947)
प्रद्युम्न विजय (1893 ई.
व्यायोग, पात्र : नान्दी, सूत्रधार, कुमार प्रद्युम्न, रणजीत प्रसिद्ध नाम ध्रुवी उपाध्याय, ब्रह्महरि
वास्तव नाम पं. ब्रह्मासिंह, विष्णुहरि वास्तव नाम विष्णुसिंह वा पं. बनारसीसिंह, शिवहरि
वास्तव नाम पं. भोलासिंह ग्रन्थकर्ता के पिता, हरिकृष्ण
वास्तव नाम कृष्णसिंह बा गुरसेवकसिंह ग्रन्थकर्ता का कनिष्ठ भ्राता, इन्द्र, प्रवर, जयन्त,
बलरामजी, भगवान श्रीकृष्ण, विजय), रुक्मिणी
परिणय (1894, सूत्रधार, नट, नटी, महाराणी रुक्मिणी, पहला याचक, दूसरा याचक,
तीसरा याचक, भगवान श्रीकृष्ण, चौथा याचक, पाँचवाँ
याचक, चिन्ता, भगवान नारद, महाराज
भीष्मक, रुक्म, रुक्मकेश, मंत्री, सभासद्गण, रुक्मा, अनामा, अनाभिधाना, ब्राह्मण, शिशुपाल
, जरासन्ध, शाल्व, विदूरथ, रुक्म, दन्तवक्र,
द्वारपाल, सुलोचना, सुनैना)।
(15 अप्रैल, 1865-16 मार्च, 1947)
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अवैतनिक सम्पादक : मुहम्मद इलियास हुसैन
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