हिन्दी भाषा और साहित्य तथा भारतीय एवं पाश्चात्य काव्यशास्त्र पर परीक्षोपयोगी सामग्री के साथ ही विभिन्न भाषाओं के साहित्य के विविध आयामों पर सार्थक विमर्श तथा कविता, कहानी और लेख इत्यादि की प्रस्तुति। हिन्दी साहित्य पर सम्पूर्ण अध्ययन-सामग्री।
शनिवार, 26 मई 2018
UGCNET/JRF में 'हिन्दी भाषा एवं साहित्य' विषय पर पूछे गए कथनों और गद्य-पद्य-पंक्तियों के प्रश्न-3
UGCNET/JRF में 'हिन्दी भाषा एवं साहित्य' विषय पर पूछे गए कथनों और गद्य-पद्य-पंक्तियों के प्रश्न-3
91. 'काव्य की रीति सिखी सुकविन सों देखी सुनी बहुलोक की बातें' ౼इस काव्योक्ति के कवि हैं :
(1) केशवदास (2) मतिराम (3) पद्माकर (4) भिखारीदास
91. (4) भिखारीदास
92. 'हरि रस पीया जानिए, जे कबहुं न जाए ख़ुमार।
मैमंता घूमत फिरै, नाहीं तन की सार।।' ౼इन काव्य पंक्तियों कळ कवि हैं :
(1) सूरदास (2) कबीरदास (3) रसखान (4) नन्ददास
92. (2) कबीरदास
93. निम्नलिखित काव्योक्ति तुलसी की किस रचना से है ?
'श्रुति सम्मत हरिभक्ति पथ संजुत विरति विवेक।'
(1) रामचरितमानस (2) कवितावली (3) विनयपत्रिका (4) गीतावली
93. (1) रामचरितमानस
94. शब्दशक्ति के विषय में निम्नलिखित कथन किसका है ?
‘अभिधा उत्तम काव्य है, मध्य लक्षणा हीन।
अधम व्यंजना रस विरस, उलटी कहत नवीन’ ౼इस काव्योक्ति के कवि हैं :
(1) केशवदास (2) भिखारीदास (3) देवकवि (4) चिन्तामणि
94. (3) देवकवि
95. 'ज्यों-ज्यों बसे जात दूरि-दूरि प्रिय प्राण मूरि।
त्यौं-त्यौं धंसे जात मन मुकुर हमारे मैं ।।'
भ्रमरगीत प्रसंग से संबंधित उपर्युक्त पंक्तियों के कवि हैं :
(1) नन्ददास (2) सूरदास (3) सत्यनारायण कविरत्न (4) जगन्नाथदास रत्नाकर
95. (4) जगन्नाथदास रत्नाकर
96. 'जो घनीभूत पीड़ा थी, मस्तक में स्मृति-सी छाई,
दुर्दिन में आँसू बनकर, वह आज बरसने आई।'
उपर्युक्त काव्य-पंक्तियाँ किस कवि की हैं ?
(1) मैथिलीशरण गुप्त (2) महादेवी वर्मा (3) जयशंकर प्रसाद (4) नरेन्द्र शर्मा
96. (3) जयशंकर प्रसाद
97. 'धिक् धाए तुम यों अनाहूत, धो दिया श्रेष्ठ कुल-धर्म धूत
राम के नहीं, काम के सुत कहलाए।'
उपयुक्त काव्य-पंक्तियों का संबंध किस काव्य रचना से है ?
(1) साकेत (2) तुलसीदास (3) राम की शक्तिपूजा (4) संशय की एक रात
97. (2) तुलसीदास
98. 'कविता दो शब्दों के बीच नीरवता में रहती है।'
काव्यभाषा के संबंध में उपर्युक्त मत किसका है ?
(1) नामवर सिंह (2) रामस्वरूप चतुर्वेदी (3) शमशेर बहादुर सिंह (4) अज्ञेय
98. (4) अज्ञेय
99. 'मंगल का विधान करनेवाले दो भाव हैं' ౼किसका कथन है ?
(1) श्यामसुन्दर दास (2) रामचन्द शुक्ल (3) हज़ारी प्रसाद द्विवेदी (4) नन्ददुलारे वाजपेयी
99. (2) रामचन्द शुक्ल
100. 'आलोचना का विषय कवि नहीं, कविता है।’ ౼किसका कथन है?
(1) ड्राइडन (2) टी॰ एस॰ इलियट (3) क्रोचे (4) लोंजाइस
100. टी॰ एस॰ इलियट
101. 'सत्त्वोद्रेकाद खंड स्वप्रकाशानन्द चिन्मयः।
वेद्यान्तरस्पर्शशून्यो ब्रह्मस्वादसहोदरः।
लोकोत्तर चमत्कार प्राणः कैश्चित्प्रमातृभिः।
स्वाकारवद भिन्नत्वेनायमास्वाद्यते रसः।’ ౼रस के विषय में यह स्थापना किस आचार्य की है ?
(1) आचार्य भरत (2) आचार्य भट्टनायक (3) आचार्य अभिनवगुप्त (4) आचार्य विश्वनाथ
101. (4) आचार्य विश्वनाथ
102. 'दग्धाभंगी भणीति' ౼किसका सूत्र है ?
(1) कुतन्तक (2) भोज (3) राजशेखर (4) पंडितराज जगन्नाथ
102. (1) कुतन्तक
103. 'देखिए मार्क्सवाद सिखाता है कि हर चीज़ पर डाउट करो’ यह कथन किस आलोचक का है ?
(1) रामविलास शर्मा (2) हजारी प्रसाद द्विवेदी (3) रामचन्द्र शुक्ल (4) शिवदान सिंह चौहान
103. (3) रामचन्द्र शुक्ल
104. दुख ही जीवन की कथा रही,
क्या कहूं आज जो नहीं कही।’ ౼ये पंक्तियां किसे कविता से उद्धृत है ?
(1) सरोज स्मृति (2) राम की शक्तिपूजा (3) तुलसीदास (4) कुकुरमत्ता
104. (1) सरोज स्मृति
105. 'हेरी म्हा तो दरद दिवाणी म्हारौ दरद न जाण्यौ कोय' उक्ति है :
(1) सहजोबाई (2) मीराबाई (3) दयाबाई (4) मुक्ताबाई
105. (2) मीराबाई
106. 'मांगि के खैबो मसीत के सोइबो, लैबो को न एक दैबो को दोऊ’ पंक्ति का संबंध तुलसीदास की किस रचना से है ?
(1) रामचरितमानस (2) विनयपत्रिका (3) गीतावली (4) कवितावली
106. (4) कवितावली
107. 'लोगन कवित्त कीबो खेल करी जानो है' किसकी उक्ति है ?
(1) ठाकुर (2) घनानन्द (3) केशवदास (4) मतिराम
107. (1) ठाकुर
108. यह काव्य-पंक्ति 'हिन्दू मग पर पांव न राखेउं। का जौ बहुतै हिन्दी भाखेउ' किसकी है ?
(1) जायसी (2) नूर मुहम्मद (3) मंझन (4) कुतुबन
108. (2) नूर मुहम्मद
109. 'कबीर कानी राखी नहीं, वर्णाश्रम षड्दरसनी' किसने कहा है ?
(1) रैदास (2) मलूकदास (3) नाभादास (4) प्रियादास
109. (3) नाभादास
110. ‘साधारणीकरण आलम्बनत्व धर्म का होता है’ कथन किसका है ?
(1) आचार्य विश्वनाथ (2) आचार्य अभिनव गुप्त (3) आचार्य रामचन्द्र शुक्ल (4) आचार्य विश्वनाथ शुक्ल
110. (2) आचार्य अभिनव गुप्त
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111. 'एक हथौड़ा वाला घर में और हुआ' किसकी पंक्ति है ?
(1) केदारनाथ अग्रवाल (2) भवानी प्रसाद मिश्र (3) रामकुमार वर्मा (4) शिवमंगल सिंह सुमन
111. (1) केदारनाथ अग्रवाल
112. 'अग्निपथ के पार चांदनी का देश' किसकी पंक्ति है ?
(1) हरिवंशराय बच्चन (2) महादेवी वर्मा (3) रामनरेश त्रिपाठी (4) नरेन्द्र शर्मा
112. (2) महादेवी वर्मा
113. ‘कर्मठ कठमलिया कहें ज्ञानी ज्ञान विहीन
तुलसी त्रिपथ बिहाय गो राम दुआरे दीन’ में त्रिपथ का अर्थ है :
(1) निर्गुण, सगुण और मुक्ति
(2) उत्तम मार्ग, मध्यम मार्ग और निम्न मार्ग
(3) द्वैत, अद्वैत और द्वैताद्वैत
(4) कर्म मार्ग, ज्ञान मार्ग और उपासना मार्ग
113. (4) कर्म मार्ग, ज्ञान मार्ग और उपासना मार्ग
114. 'ढलमल ढलमल चंचल अंतल, झलमल झलमल तारा’ पंक्ति में मुख्यतः वर्णन है :
(1) नदी की धारा का (2) नीले आकाश का (3) चांदनी रात का (4) साड़ी के आंचल का
(1) नदी की धारा का
115. 'संतन को कहा सीकरी सों काम, आवत जात पनहियां टूटी, बिसरि गयो हरि नाम' ये पंक्तियां किस कवि की हैं ?
(1) तुलसीदास (2) कुम्भनदास (3) कबीरदास (4) दादू दयाल
115. (2) कुम्भनदास
116. 'बहु बीती थोड़ी रही, साऊ बीती जाय।
हित ध्रुव वेगि विचारि कै बसि वृन्दावन आय।' ये पंक्तियां किस कवि की हैं ?
(1) सूरदास (2) कुम्भनदास (3) ध्रुवदास (4) रहीम
116. (3) ध्रुवदास
117. 'हबकि न बोलिबा ठबकि न चलिबा। धीरे धरिबा पांव।' पंक्ति है :
(1) मत्स्येन्द्रनाथ (2) गोरखनाथ (3) श्रीराम शर्मा (4) पद्माकर
117. (2) गोरखनाथ
118. 'अस्त्रीय जनम कांइ दीधउ महेस। अवर जनम थारइ घणा रे नरेश' पंक्ति का संबंध किस कृति से है ?
(1) पृथ्वीराज रासो (2) विजयपाल रासो (3) बीसलदेव रासो (4) आल्हखंड
118. (3) बीसलदेव रासो
119. 'कबीर की उक्तियों में कहीं-कहीं विलक्षण प्रभाव और चमत्कार है।' यह कथन है :
(1) रामचन्द्र शुक्ल (2) हजारी प्रसाद द्विवेदी (3) धर्मवीर (4) श्यामसुन्दर दास
119. (1) रामचन्द्र शुक्ल
120. 'जेइ मुख देखा तेइ हंसा, सुनि तेहि आयउ आंसु' पंक्ति भक्तिकाल के किस कवि के बारे में है ?
(1) कबीर (2) जायसी (3) सूरदास (4) तुलसीदास
121. (2) जायसी
121. 'कलि कुटिल जीव निस्तार हित वाल्मीकि तुलसी भयो' कथन है :
(1) रामचरणदास (2) नाभादास (3) रधुवर दास (4) हरिराम
121. (2) नाभादास
122. 'ब्रजभाषा हेत ब्रजवास ही न अनुमानो' कथन रीतिकाल के किस कवि का है ?
(1) केशवदास (2) कालिदास त्रिवेदी (3) भिखारीदास (4) पद्माकर
122. (3) भिखारीदास
123. 'देव की ध्वनि संवेदनशीलता समूचे रीतिकाल में अप्रतिम है' कथान है :
(1) नगेन्द्र (2) विश्वनाथ प्रसाद मिश्र (3) बच्चन सिंह (4) रामस्वरूप चतुर्वेदी
(4) रामस्वरूप चतुर्वेदी
Hindi Sahitya Vimarsh
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सम्पादक : मुहम्मद इलियास हुसैन
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