बुधवार, 12 अक्टूबर 2022

संत तुलसीदास

संत तुलसीदास

इंटर की परीक्षा में तुलसीदास पर निबंध लिख लिखने को आया। एक लड़के ने निबंध की शुरुआत इस तरह की :

तुलसीदास जी कलेक्टर बनना चाहते थे। कलक्टर बनकर देश की सेवा करना चाहते थे। इसलिए वे यूपीएससी की परीक्षा में बार बैठे, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली।

थक-हार कर उन्होंने कलक्टर बनने का अपना विचार त्याग दिया और काव्य-लेखन में जुट गए। एक-से-एक उत्कृष्ट काव्य-पुस्तकें उन्होंने लिख डालीं! 'रामचरितमानस' उनकी सर्वाधिक लोकप्रिय काव्य-पुस्तक है, जो अकेले उन्हें अमर बनाने के लिए पर्याप्त है। 

कबीरदास तथा अन्य संत कवियों के प्रयास से गांव-के-गांव लोग या तो मुसलमान हो रहे थे या फिर कबीरपंथी। 'रामचरितमानस' और 'सूरसागर' दोनों काव्य-पुस्तकों ने इस बाढ़ को न केवल रोका, बल्कि उत्तर भारतीय जनता को भक्ति रस से सराबोर कर दिया और यहां भक्ति की एक नई धारा, शीतल-पावन धारा बहा दी। उत्तर भारतीय जनता रामलीला और कृष्ण लीला द्वारा आनंदित होने लगी। 

राम जन्मभूमि आंदोलन में 'रामचरितमानस' का अपूर्व योगदान है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें