बुधवार, 20 मई 2020

अपभ्रंश के रचनाकार और उनकी रचनाएँ

अपभ्रंश के रचनाकार और उनकी रचनाएँ

#कालिदास (5वीं शती) : विक्रमोर्वशीय (चतुर्थ अंक के अपभ्रंश पद्य)
#जोइंदु (6वीं शती) : परमात्मप्रकाश और योगसार (धर्म-दर्शन)
#कान्ह (7वीं, 12वीं शती) : दोहाकोश
#देवसेन ( 933 ई.) : सावयथम्स दोहा
#पुष्पदंत (965-973 ई.) : महापुराणम्, णायकुमारचरिउ, जसहरचरिउ
#कनकामर मुनि (975-1025 ई. ) : करकंडुचरिउ
#रामसिंह (10वीं शती) : पाहुड़ दोहा
#धनंजय (10वीं शती) : दशरूपक के अपभ्रंश के पद्य
#धनपाल (10वीं शती) : भविष्यत् कहा
#सरह ( 1000-1050 ई.) : दोहाकोश
#भोज (वीं शती) : सरस्वती कंठाभरण
#जिनदत्त (1113-1155 ई. ) : जिनदत्तचर्चरी (अपभ्रंश काव्य त्रयी) , उपदेश तरंगिनी (अपभ्रंश काव्य त्रयी)
#लक्षमणमणि (1142 ई. ) : सुपाणाहचरिउ के अपभ्रंश पद्य
#हरिभद्र ( 1159 ई.) : सनत्कुमारचरिउ
# हेमचन्द्र (1088-1172 ई.) : सिद्धहेम, कुमारपाल चरित
#सोमप्रभ (1195 ई.) : कुमारपाल प्रतिबोध, अपभ्रंश भाग
#घाहिल (वीं शती उत्तरार्द्ध, वीं शती पूर्वार्द्ध) : पउमसिरिचरिउ


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