बुधवार, 20 मई 2020

साखी सबदी दोहरा

साखी सबदी दोहरा ''साखी सबदी दोहरा कहि कहनी उपखान।
भगति निरूपहि अधम कवि निंदहि वेद पुरान।।'' (गोस्वामी तुलसीदास) 

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