प्रश्नोत्तरी-21 (हिंदी भाषा एवं साहित्य)
#गदाधर भट्ट जी
के संबंध में निम्नलिखित में कौन सा कथन असत्य है :
(A) गदाधर भट्ट चैतन्य महाप्रभु के शिष्य थे।
(B) बल्लभाचार्य जी के शिष्य और अष्टछाप के कवि
थे।
(C) 'परमानंदसागर' इनकी
रचना है।
(D) 'सखी हौं स्याम रंग रँगी।
देखि बिकाय गई वह मूरति, सूरत
माँहि पगी।' इन काव्य-पंक्तियों
के रचनाकार गदाधर भट्ट हैं।
(A)(a)(b)
(B)(b)(c)
(C)(a)(d)
(D)(b)(d)
Ans. : (C)(a)(d)
#‘जयति श्री राधिके, सकल सुख साधिके,
तरुनि मनि नित्य नव तन किसोरी।’
इन काव्य-पंक्तियों के
रचनाकार हैं :
(A) परमानंददास
(B) सूरदास
(D) कुंभनदास
(D) गदाधर भट्ट
Ans. : (D) गदाधर भट्ट
#मनहुँ परस्पर उमगि
ध्यान छबि, प्रगट भई तिहि काल
सिलसिलात अति प्रिया सीस तें, लटकति
बेनी भाल।
इन काव्य-पंक्तियों के
रचनाकार हैं :
(A) गदाधर भट्ट
(B) सूरदास
(D) कुंभनदास
(D) परमानंददास
Ans. : (A) गदाधर भट्ट
#‘झूलति नागरि नागर लाल।
मंद मंद सब सखी झुलावति, गावति
गीत रसाल।’
इन काव्य-पंक्तियों के
रचनाकार हैं :
(A) परमानंददास
(B) सूरदास
(D) कुंभनदास
(D) गदाधर भट्ट
Ans. : (D) गदाधर भट्ट
(आचार्य रामचंद्र शुक्ल, हिंदी साहित्य का इतिहास, भक्तिकाल : प्रकरण 5—सगुणधारा : कृष्णभक्ति शाखा)
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