डॉ॰ सुमन राजे (चौथा सप्तक की कवयित्री) : Hindi Sahitya Vimarsh
(23 अगस्त,
1938-2008, लखनऊ जनपद, उत्तर प्रदेश)
Hindi Sahitya Vimarsh
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Mobile : 9717324769
अवैतनिक सम्पादक
: मुहम्मद इलियास हुसैन
सहायक सम्पादक : शाहिद
इलियास
काव्य-संग्रह
1. सपना और लाशघऱ (1973
ई.)
2. चौथा सप्तक (1979 ई. )
3. उगे हुऐ हाथो कॆ फूल(1987
ई.)
4. यात्रादंश (1988 ई.)
5. एरका (1991 ई., एक लम्बी कविता, महाभारत से कथावस्तु ली गई है, जो श्रीकृष्ण चरित्र से जुड़ा
है, पात्रों का मानसिक हलचलों का यथार्थपरक मार्मिक चित्रण, समुद्र में फेंके गए शीशे
के टुकड़े से कालांतर में समुद्र किनारे जो नुकीली घास उत्पन्न हुई, उस घास का नाम
'एरका'
था। उसी घास के कारण शिखंडी यादव वंश का नाश हुआ।'एरका' में पहली लंबी कविता
'माधवी' है। ययाति-पुत्री
माधवी अपने कुल का उद्धार करने का कार्य उत्तम रीति से करती है।)
6. इक्कीस्वी सदी का गीत
(1993 ई.)
7. युद्ध (2007 ई.)
आलोचना एवं साहित्यॊहास :
1. साहित्यॊहास : संरचना और
स्वरूप (1975 ई.)
2. साहित्यॊहास : आदिकाल
(1978 ई.)
3. काव्यरूप-संरचना : उद्भव
और विकास (1989 ई.)
4. नाट्यशिल्प (1990 ई.)
5. रचना की कार्यशाला
(1998 ई.)
6. हिन्दी साहित्य का आधा
इतिहास (2002 ई.)
संपादित पाठ
1. रेवातट
2. आदिकालीन काव्यधारा
3. अपभ्रंश पीठिका
4. बीसवीं सदी का हिंदी महिला
लेखन
संयुक्त लेखन
1. साहित्य और इतिहास (2011 ई., डॉ. पद्मा पाटिल एवं डॉ. सुमन राजे
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