#कविता की विश्व प्रसिद्ध_परिभाषाएं?
#शदार्थौ सहितौ काव्यम् उद्यम पद्मं च तदविधा। (भामाह)
(शब्द और अर्थ सहित साहित्य काव्य है जो गद्य एवं पद्य के भेद से दो प्रकार का होता है।)
#शब्दार्थौ काव्यम्। (रुद्रट)
(शब्द और अर्थ का संयोग काव्य है।)
#शब्दार्थ शरीरं तावत्काव्यम्। (आनंदवर्धन)
(शब्द और अर्थ संगति जिसमें दोष न हो, गुणों से युक्त कभी-कभी अनलंकृत हो वह काव्य है।)
#गुण एवं अलंकार से संयुक्त शब्दार्थ को काव्य कहते हैं। (आचार्य वामन)
#दोषाहीन, गुण एवं अलंकार सहित शब्दार्थ काव्य है। (आचार्य हेमचंद्र)
#वाक्यम् रसात्मकं काव्यम्। (आचार्य विश्वनाथ)
(रसात्मक वाक्य काव्य है।
#रमणीयार्दप्रतिपादक: शब्द: काव्यम्। (पंडितराज जगन्नाथ)
(रमणीय अर्थ का प्रतिपादन करने वाला शब्द काव्य है।)
#अंतःकरण की वृत्तियों के चित्र का नाम कविता है।/ कविता प्रभावशाली रचना है जो पाठक या श्रोता के मन पर आनंदमयी प्रभाव डालती है।/मनोभाव शब्दों का रूप धारण करते हैं। वही कविता है, चाहे वह पद्यात्मक हो या गद्यात्मक। (महावीर प्रसाद द्विवेदी)
#कविता जीवन और जगत् की अभिव्यक्ति है। (आचार्य रामचंद्र शुक्ल)
#सत्त्वोद्रेक या हृदय की मुक्तावस्था के लिए किया हुआ शब्द विधान काव्य है। (आचार्य रामचंद्र शुक्ल)
#जिस प्रकार आत्मा की मुक्तावस्था ज्ञानदशा कहलाती है, उसी प्रकार हृदय की मुक्तावस्था रस दशा कहलाती है। हृदय की इसी मुक्ति साधना के लिए मनुष्य की वाणी जो शब्द विधान करती है, उसे कविता कहते हैं। (आचार्य रामचंद्र शुक्ल)
#कविता ही मनुष्य के हृदय को स्वार्थ-संबंधों के संकुचित मंडल से ऊपर उठाकर लोकसामान्य भावभूमि पर ले जाती है, जहां जगत् की नाना गतियों के मार्मिक स्वरूप का साक्षात्कार और शुद्ध अनुभूतियों का संचार होता है। (आचार्य रामचंद्र शुक्ल)
#काव्य आत्मा की संकल्पात्मक अनुभूति है जिसका संबंध विश्लेषण या विज्ञान से नहीं है। (जयशंकर प्रसाद)
#कविता कवि विशेष की भावनाओं का चित्रण है और यह चित्र इतना ठीक है कि उसके जैसी ही भावनाएं दूसरे के हृदय में अभिर्भूत हो जाती हैं। (महादेवी वर्मा)
#कांटा चुभा कर उसकी पीड़ा की अनुभूति तो संसार कराता है पर कवि बिना कांटा चुभाए उसकी पीड़ा की अनुभूति करा देता है। (महादेवी वर्मा)
#कविता हमारे परिपूर्ण क्षणों की वाणी है। (सुमित्रानंदन पंत)
#काव्य जीवन की आलोचना है। (प्रेमचंद)
#कविता आत्माभिव्यक्ति है। (डॉक्टर नगेंद्र)
#रसात्मक शब्दार्थ काव्य है और उसकी छंदोमयी विशिष्ट विधा आधुनिक अर्थ में कविता है। (डॉक्टर नगेंद्र)
#कविता भाषा में आदमी होने की तमीज़ है। (धूमिल)
#कविता सबसे पहले और अंत में शब्द है। (अज्ञेय)
#आदर्श का प्रदर्शन ही कविता है और कविता का तत्व है कल्पना। (अरस्तू)
#कविता सत्य, सौंदर्य और शांति के तीव्रभाव की अभिव्यक्ति है, जो अपने विचारों को कल्पना और भावना के द्वारा स्पष्ट करती है। (ले हंट)
#कविता जीवन की सौंदर्यमयी और आनंदपुर्ण व्याख्या है। (मैथ्यू आर्नाल्ड)
#कविता प्रबल भावों का सहज उच्छवास है। (विलियम वर्ड्सवर्थ)
कल्पना के आवेग में अभिजात मूल्यों की सर्जना को कविता कहते हैं। (रस्किन)
#कविता तो कल्पना और भावों की व्याख्या है। (विलियम हैजलिट)
शब्दों के काल्पनिक जाल में फंसाने वाली जादूगरनी कविता है। (लॉर्ड मैकाले)
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