प्रश्नोत्तरी-28 (हिंदी भाषा एवं साहित्य, ध्रुवदास)
#ध्रुवदास के संबंध में निम्नलिखित में कौन-कौन से कथन सत्य हैं
:
(A) ये श्री
हितहरिवंश जी के शिष्य स्वप्न में हुए थे।
(B) इन्होंने
पदों के अतिरिक्त दोहे, चौपाई, कवित्त, सवैये आदि अनेक छंदों में भक्ति और प्रेमतत्व का वर्णन किया
है।
(C) ये
रामाश्रयी शाखा के कवि थे।
(D) ‘‘रूपजल
उठत तरंग हैं कटाछन के,
अंग अंग भौंरन की अति गहराई
है।’’ इन काव्य-पंक्तियों के रचनाकार
ध्रुवदास हैं।
(A)(a)(b)(c)
(B)(b)(c)(d)
(C)(a)(c)(d)
(D)(a)(b)(d)
Ans. : (D)(a)(b)(d)
#ध्रुवदास के संबंध में निम्नलिखित में कौन-कौन से कथन सत्य हैं
:
(A) नाभा जी के भक्तमाल के अनुकरण पर इन्होंने 'भक्तनामावली' लिखी है जिसमें अपने समय तक के भक्तों का उल्लेख किया है।
(B) ये प्रेममार्गी शाखा के कवि हैं।
(C) सभामंडली (संवत् 1681), वृंदावनसत ( संवत् 1686) और रसमंजरी (संवत् 1698) ध्रुवदास की रचनाएं हैं।
(D) ‘‘प्रेम बात कछु कहि नहिं जाई । उलटी चाल
तहाँ सब भाई।।
प्रेम बात सुनि बौरो होई। तहाँ सयान रहै नहिं कोई।।’’ इन काव्य-पंक्तियों के रचनाकार ध्रुवदास हैं।
(A)(a)(b)(c)
(B)(b)(c)(d)
(C)(a)(c)(d)
(D)(a)(b)(d)
Ans. : (C)(a)(c)(d)
#‘‘ये कृष्णभक्त
कवि हमारे साहित्य में प्रेममाधुर्य का जो सुध स्रोत बहा गए हैं, उसके प्रभाव से हमारे काव्यक्षेत्र में सरसता और प्रफुल्लता
बराबर बनी रहेगी। 'दु:खवाद' की छाया आ आकर भी टिकने न पाएगी। इन भक्तों का हमारे साहित्य
पर बड़ा भारी उपकार है।’’ यह कथन किसका है?
(A) श्यामसुंदरदास
(B) हज़ारीप्रसाद
(C) विद्यानिवास
मिश्र
(D) रामचंद्र
शुक्ल
Ans. : (D) रामचंद्र शुक्ल
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