प्रश्नोत्तरी-38 (हिंदी भाषा एवं साहित्य, कवि गंग)
#कवि गंग के संबंध में निम्नलिखित में कौन-कौन से कथन सत्य हैं
:
(A) गंग अकबर
के दरबारी कवि थे और रहीम खानखाना इन्हें बहुत मानते थे।
(B) 'माधवानल कामकंदला' श्रृंगार रस की दृष्टि से ही लिखी
जान पड़ती है, आध्यात्मिक दृष्टि से नहीं।
(C) वीर और
श्रृंगार रस के बहुत ही रमणीक कवित्त कवि गंग ने कहे हैं। कुछ अन्योक्तियाँ भी बड़ी
मार्मिक हैं।
(D) ‘‘ऐसों
फलहीन वृच्छ बसुध में भयो, यारो,
सेमर बिसासी बहुतेरन को ठग्यो
है।’’ इन काव्य-पंक्तियों के रचनाकार कवि गंग हैं।
(A)(a)(b)(c)
(B)(b)(c)(d)
(C)(a)(c)(d)
(D)(a)(b)(d)
Ans. : (C)(a)(c)(d)
# कवि गंग के संबंध में निम्नलिखित में कौन-कौन से कथन सत्य हैं
:
(A) कवि
गंग ने एक खंडकाव्य 'ध्रुवचरित' लिखा है।
(B) उस समय
की रुचि को रंजित करने वाले सब गुण कवि गंग में वर्तमान थे।
(C) सरल हृदय
के अतिरिक्त वाग्वैदग्ध्य भी कवि गंग में प्रचुर मात्रा में था।
(D) ‘‘बैठी
थी सखिन संग, पिय को गवन सुन्यो,
सुख के समूह में बियोग-आगि भरकी।’’
इन काव्य-पंक्तियों के रचनाकार कवि गंग हैं।
(A)(a)(b)(c)
(B)(b)(c)(d)
(C)(a)(c)(d)
(D)(a)(b)(d)
Ans. : (B)(b)(c)(d)
(आचार्य रामचंद्र शुक्ल, हिंदी साहित्य का इतिहास, भक्तिकाल : प्रकरण 6 : भक्तिकाल की फुटकल रचनाएं)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें